कांग्रेस के स्क्रीनिंग कमेटी से सांसद अखिलेश सिंह बाहर,अविनाश पांडेय बने अध्यक्ष
पटना।आसन्न विधानसभा चुनाव की घोषणा के पूर्व कांग्रेस ने प्रदेश में आगामी चुनाव के मद्देनजर स्क्रीनिंग कमेटी के गठन किया है।महाराष्ट्र से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य अविनाश पांडेय को स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है।हैरत की बात है कि बिहार से राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश सिंह को स्क्रीनिंग कमेटी से बाहर रखा गया है। अविनाश पांडेय इसके पूर्व राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी थे तथा राजस्थान में सियासी संकट में इन्होंने अपने अभूतपूर्व राजनीतिक कौशल का परिचय दिया था। कहा जाता है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार को बचाने तथा सचिन पायलट के विवाद को खत्म करने में अविनाश पांडे का महत्वपूर्ण रोल रहा है।बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठित की गई स्क्रीनिंग कमेटी में अध्यक्ष अविनाश पांडेय के अतिरिक्त देवेंद्र यादव तथा काजी निजामुद्दीन को भी सदस्य बनाया गया है।इस स्क्रीनिंग कमेटी में बिहार कांग्रेस के प्रभारी तथा गुजरात से राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा तथा कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह को सदस्य बनाया गया है।इस कमेटी में बिहार से चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष राजसभा सांसद अखिलेश सिंह को शामिल नहीं किया गया।पार्टी में व्याप्त चर्चा के मुताबिक कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन तथा अन्य विषयों पर अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र में जिन 23 सांसदों के हस्ताक्षर थे।उनमें से सांसद अखिलेश सिंह भी एक हैं।समझा जाता है की इसी को देखते हुए उन्हें स्क्रीनिंग कमेटी में जगह नहीं दी गई है। बताया जाता है कि कांग्रेस पार्टी के द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठित इस स्क्रीनिंग कमिटी का टिकटों के निष्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। बिहार कांग्रेस अविनाश पांडेय को बतौर स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष पाकर काफी उत्साहित है।राजस्थान में सियासी संकट के दौरान जिस प्रकार तत्कालीन राजस्थान प्रभारी के रूप में अविनाश पांडेय ने अपना रणनीतिक कौशल दिखाया वह अपने आप में वर्तमान परिपेक्ष में कांग्रेसियों के लिए हौसला बढ़ाने वाला है।फिलहाल अविनाश पांडेय के जगह राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन को बनाया गया है।पार्टी के द्वारा गठित स्क्रीनिंग कमिटी अब प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस को मजबूती से आगे बढ़ाने में अभी से जुट गई है।