महागठबंधन में बेइज्जती के चलते अलग होने का किया फैसला : मांझी
पटना। महागठबंधन से अलग होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महागठबंधन में तेजस्वी लगातार अनदेखी कर रहे थे। गठबंधन में हो रही बेइज्जती के चलते अलग होने का फैसला किया। आगे का रास्ता अगले कुछ दिनों में साफ हो जाएगा।
मांझी ने कहा कि हम महागठबंधन में लगातार कोआर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग कर रहे थे। मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना था लेकिन जो मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बन सकते थे, वहीं गठबंधन को कमजोर करने में जुटे थे। चुनाव से पहले ही तेजस्वी जब किसी की बात नहीं सुन रहे थे तो सरकार बनने के बाद क्या स्थिति होती। राजद की तरफ से लगाए जा रहे आरोपों पर मांझी ने कहा कि मेरा बेटा कोई आठवां या नौवां पास नहीं है। वह एमए, पीचडी किया हुआ है और अपने दम पर एमएलसी बना है। मांझी ने आरोप लगाया कि जब जरूरत थी तब मुझे साथ ले लिया गया और जब काम खत्म हो गया तब मुझे नकारा साबित किया जा रहा है। अररिया और जहानाबाद उपचुनाव में राजद को मेरी वजह से जीत मिली थी। हमने वहां बहुत काम किया था। अगर हम महागठबंधन में नहीं आए होते तो राजद हार जाता।