जेल में बंद भ्रष्टाचारी रहते हैं अपराधियों के शरण में, कुख्यातों को मिलती है मोटी रकम
सुबह साढ़े तीन बजे से साढ़े सात बजे तक डीएम एसएसपी ने की बेऊर जेल में छापेमारी
एसएसपी ने कई कुख्यात बंदियों का लिया क्लास
फुलवारी शरीफ। दशहरा, दीपावली और छठ महापर्व को देखते हुए पटना डीएम, एसडीएम, एसएसपी, एएसपी (अभियान) ने भारी पुलिस अमले के साथ राजधानी के आदर्श केन्द्रीय कारा बेउर जेल में अहले सुबह साढ़े तीन बजे से साढ़े सात बजे तक छापेमारी की। चार घंटे चली इस छापेमारी में सिटी एसपी, कई डीएसपी समेत कई थानेदारों की टीम ने जेल के हरेक वार्ड और चप्पे-चप्पे को खंगाल डाला। कुख्यातों का वार्ड, सेल सहित चप्पे-चप्पे की गहन तलाशी ली गयी। इस दौरान एसएसपी मनु महाराज ने जेल में बंद कुख्यात अपराधियों को वाट्सएप्प के जरिये अपने शागिर्दों से संपर्क करने की सटीक जानकारी के बाद कुख्यात अपराधियों की जमकर क्लास लगायी। जिलाधीकारी कुमार रवि ने जेल के अन्दर से चल रहे खेल को देख कर कारा प्रशासन को फटकार लगाते हुए कहा कि जेल मैन्युअल का कड़ाई से पालन हो। जेल में निगरानी के मामले में बंद कैदियों को कुख्यात अपराधियों के साथ कनेक्शन से नाराज जिलाधिकारी ने कहा कि यह सब ठीक नहीं। छापेमारी के दौरान बेउर जेल के बाहर आसपास के इलाके में भी सघन तलाशी अभियान चलाया गया। जेल के अंदर से मोबाइल द्वारा अपराध संचालित करने की सूचना मिल रहीं थी। जेल के अंदर से अपराध संचालित कर रहे कई कुख्यातों का क्लास लिया तो कई को स्पेशल सेल में रखने का निर्देश डीएम और एसएसपी ने जेल प्रशासन को दिया है। कोर्ट पेशी के लिए जाने के दौरान और आने पर गहन तलाशी लेने का निर्देश दिया है। वहीं जिÞलाधिकारी ने जेल प्रशासन को स्पष्ट आदेश दिया है कि जेल मैनुअल का पालन हो। जेल में कैदियों पर सही निगरानी रहने पर बाहर का विधि-व्यवस्था सही रहता है। निगरानी मामले में बंद आरोपियों को कुख्यात बंदियों के संपर्क में नही रहने दें। डीएम ने जेल के अंदर लगे सीसी टीवी कैमरे को भी देखा। डीएम ने जेल में सही निगरानी और सुरक्षा-व्यवस्था रखने के लिए कई दिशा-निर्देश दिया है। एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि हां कुछ सामान बरामद किये गये हैं लेकिन कुछ खास आपत्तिजनक सामान नहीं मिला।
प्रशासन को जानकारी मिली थी कि त्योहारों में जेल में बंद कुख्यातों की जरूरतें पूरी करने के लिए उनके गुर्गे जेल में अपने आका के इशारे मिलते ही अपराधिक वारदातों को अंजाम देने लगते हैं। बेऊर जेल में बंद कुख्यात बिंदू सिंह एएमएलसी रितलाल यादव, पप्पू सिंह, पवन चौधरी, बुटन चौधरी, अभिषेक सिंह सहित सेल, वार्ड में बंद कैदियों का जबर्दस्त तलाशी लिया गया। आजकल ये सभी अपराधी स्मार्टफोन से वाट्सअप कॉलिंग कर रहे थे। जेल के अंदर, बड़े-बड़े अपराधी महंगे स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे थे। वाट्सअप कॉल कर अपराध संचालित करने में जुटे थे। ऐसी कई सूचनाएं एसएसपी मनु महाराज को हाल के दिनों में मिला था। बेऊर जेल में भ्रष्टाचार के आरोप में दर्जनों बंदी कैद हैं। इन पर करोड़ों का घोटाला करने का आरोप हैं। मोबाइल से बात करने के लिए ये भ्रष्टाचारी जेल में बंद अपराधियों के शरण में रहते हैं और इसके एवज में कुख्यात अपराधियों को मोटी रकम और जरूरतें के सामानों को उपलब्ध कराते हैं। इस काम में दर्जनों कैदी लगे हैं। जबकि निगरानी वार्ड अलग है। बेउर जेल के जेलर अशोक कुमार सिंह ने बताया कि छापेमारी में कुछ भी नहीं मिला है। वहीं बेउर थानेदार रंजन कुमार ने बताया कि छापेमारी के संदर्भ में कोई मामला थाना में दर्ज नहीं कराया गया है।
बाढ़ उपकारा से एक मोबाइल, चार टूटा हुआ चार्जर बरामद
उधर, बाढ़ अनुमंडल के बाढ़ उपकारा में छापेमारी किया गया। छापामारी का नेतृत्व बाढ़ अनुमंडल के एएसपी लिपि सिंह ने किया। छापामारी अभियान में बाढ़ थाना अध्यक्ष अबरार अहमद खां के अलावा बाढ़ अनुमंडल के कई थाना के पदाधिकारी एवं पुलिस बल शामिल थे। बाढ़ थाना अध्यक्ष ने पूछने पर बताया कि लगभग चार घंटे तक चले छापामारी के दौरान बाढ़ उपकारा से एक मोबाइल, चार टूटा हुआ चार्जर बरामद किया गया है। इस दौरान बाढ़ उपकारा के बाहर कैदी से मिलने वाले मुलाकाती को इंतजार करना पड़ा।