बाढ नगर परिषद के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर की नहीं सुनते हैं कर्मचारी ?

बाढ। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से बचाव को लेकर प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक एक्टिव हैं। प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू की अपील की है। अनेकों शहर को सैनेटाईज किया जा रहा है। परन्तु पटना जिला के बाढ़ शहर को सैनेटाईज करना तो दूर, यहां तो फाॅगिंग, गैमेक्सिन ब्लीचिंग इत्यादि का छिड़काव भी महीनों से नहीं हुआ है और होता भी नहीं दिख रहा है। सफाई व्यवस्था अधिकांश जगहों पर लचर है। ऐसा लगता है कि बाढ में निकाय नाम की कोई संस्था ही नहीं है अथवा मृत प्राय है। उक्त बातें बाढ नगर परिषद के पार्षद राजीव कुमार चुन्ना ने कहा। उन्होंंने कहा कि आम नागरिक जो टैक्स देता है उसको सफाई , छिड़काव आदि जैसे मूलभूत सुविधा भी प्राप्त नहीं हो रही है। हमारे जैसा जनप्रतिनिधि शर्मशार हैं। वहीं यहां सक्षम प्राधिकार अपने-अपने अहंकार में मस्त हैं। सभी जनप्रतिनिधियों से अपील है कि अब बहुत हो चुका, आगे आयें और अपने-अपने अधिकारों को समझें और जनता की मांगों के साथ खड़े हों, नहीं तो जनता हम सभी को माफ नहीं करने वाली है। वहीं जब इस बाबत हमारे संवाददाता ने बाढ़ नगर परिषद के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर से बात करना चाहा तो वह बार-बार फोन काट दे रही थी। ऐसे में क्या समझा जाए, क्या सही में बाढ़ नगर परिषद मृत प्राय हो गई है या फिर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर की भी यहां नहीं चलती है।
वहीं दूसरी ओर बाढ़ अनुमंडल में कोरोना से बचना है तो हाथों को रखे स्वच्छ, सरकार के दिये दिशा निर्देश का करें पालन। बाढ़ के ग्रामीण इलाके हो या सहरी सभी जगहों पर रक्तदान करने वालों युगा परिवार के द्वारा जागरूकता फैलाया जा रहा है। पम्पलेट और पोस्टरों से लोगों को बचने के उपाय बताये जा रहे हैं। ताकि हर कोई इस महामारी से अपने आप को बचाए। बाढ़ के पंडारक इलाके में कई संदिग्ध कोरोना वायरस के मिल चुके हैं, हालांकि सभी का रिपोर्ट नेगेटिव ही आया है।
