February 6, 2025

हिन्दी एवं मैथिली की प्रख्यात विदुषी प्रो. वीणा कर्ण का निधन, शोक की लहर

पटना। पटना विश्वविद्यालय के मैथिली विभाग की अवकाश प्राप्त विभागाध्यक्ष प्रो. वीणा कर्ण का निधन देर रात पटना के उदयन अस्पताल में हो गया। वे 73 वर्ष की थीं तथा अपने पीछे अपने पति कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष एचके वर्मा को छोड़ गयी हैं। मैथिली में तीन एवं हिन्दी में उनकी चार प्रकाशित पुस्तकें हैं। अभी-अभी शून्य ही साकार हूँ मैं नामक काव्य संग्रह प्रकाशित हुई है। वे अनेक सामाजिक एवं शैक्षणिक संगठनों से संबद्ध रही हैं। प्रो. वीणा कर्ण के निधन से राज्य के साहित्यिक एवं सामाजिक जगत में शोक की लहर है।
उनके निधन पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि प्रो. कर्ण मृदु स्वभाव की हिन्दी एवं मैथिली की प्रख्यात बिदुषी थीं। उनके निधन से साहित्य जगत का एक चमकता सितारा हमारे बीच से उठ गया है।
वहीं अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने अपने शोक संदेश में कहा कि प्रख्यात विदुषी प्रो. कर्ण कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से शामिल होती थीं। कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानन्द सिंह ने उनके निधन को बिहार साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति बताया। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष व विधायक अमिता भूषण ने कहा कि प्रदेश महिला कांग्रेस को मजबूत बनाने में वीणा जी का सक्रिय सहयोग हमें बराबर मिलता रहा। उनके निधन से पूरी महिला कांग्रेस मर्माहत है।
बांस घाट पर अंतिम संस्कार से पहले प्रो. वीणा कर्ण का पार्थिव शव सदाकत आश्रम लाया गया, जहां आश्रुपूरित नेत्रों से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, महिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उन्हें अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी। इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. शकील अहमद, विधायक प्रेमचन्द्र मिश्रा, श्रीमती भावना झा, पूर्व विधायक डॉ. हरखू झा, प्रमोद कुमार सिंह, लाल बाबू लाल, सुबोध कुमार, राजेश राठौड़, चन्द्र प्रकाश सिंह, नागेन्द्र कुमार विकल, राजेश कुमार सिन्हा, आनन्द माधव, अनिता यादव, गुंजन पटेल, जया मिश्रा, श्री कुन्दन गुप्ता, धनंजय शर्मा, जयंती झा, शशिकांत तिवारी, मो. शहनवाज, सुनिता साझी, धीरू यादव, अरशद अब्बास आजाद, पुरूषोत्तम मिश्रा, सिद्धार्थ क्षत्रिय, मोनी देवी पासवान, सत्येन्द्र कुमार, प्रदुम्न यादव, सुधा मिश्रा, राजेन्द्र चौधरी, अमित कुमार, मृणाल अनामय एवं भाजपा नेता डॉ. विनोद शर्मा एवं जदयू नेता सुमन कुमार मल्लिक ने अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी।

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