गया में बड़ा हादसा, डिवाइडर से टकराकर स्कॉर्पियो तालाब में गिरी, चार की मौत

गया। बिहार के गया जिले में एक बेहद दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। वजीरगंज थाना क्षेत्र के दक्षिण गांव फोरलेन बायपास के पास देर रात एक स्कॉर्पियो वाहन डिवाइडर से टकराकर तालाब में गिर गई। इस भयावह घटना में एक ही परिवार के चार लोगों की जान चली गई, जिसमें पति-पत्नी और उनके दो मासूम बेटे शामिल हैं।
झपकी बन गई हादसे की वजह
प्राप्त जानकारी के अनुसार हादसे का कारण वाहन चालक को आई झपकी बताया जा रहा है। स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई और सीधी तालाब में जा गिरी। हादसे में ड्राइवर की जान तो बच गई, लेकिन गाड़ी में सवार परिवार के सभी चार सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई। यह परिवार बिहार शरीफ से श्राद्धकर्म में भाग लेकर अपने गांव शाहबाजपुर लौट रहा था।
मरने वालों में पति-पत्नी और दो बेटे
हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान शशि कुमार (43 वर्ष), उनकी पत्नी रिंकी देवी (40 वर्ष), पुत्र सुमित आनंद (17 वर्ष) और छोटे बेटे बालकृष्ण (5 वर्ष) के रूप में हुई है। शशि कुमार पेशे से किसान थे और एक छोटे मगर खुशहाल परिवार के साथ जीवन व्यतीत कर रहे थे। यह परिवार अब हमेशा के लिए समाप्त हो गया, जिससे गांव में मातम का माहौल है।
गांव में पसरा मातम
घटना की सूचना मिलते ही गया जिले के खिजर सराय थाना अंतर्गत शहबाजपुर गांव में कोहराम मच गया। शशि कुमार और उनके परिवार के अचानक यूं चले जाने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग भी इस दुखद खबर से गहरे सदमे में हैं। कोई यकीन नहीं कर पा रहा कि एक छोटा सा परिवार यूं एक झटके में खत्म हो गया।
पुलिस ने की पुष्टि, जांच जारी
वजीरगंज थानाध्यक्ष वेंकटेश्वर ओझा ने इस दुखद घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि बीती रात एक स्कॉर्पियो वाहन अचानक अनियंत्रित होकर तालाब में गिर गया, जिससे चार लोगों की मौत हो गई। सभी मृतक एक ही परिवार से हैं और गाड़ी में सवार होकर श्राद्धकर्म से लौट रहे थे।
सवालों के घेरे में सुरक्षा इंतजाम
इस हादसे ने एक बार फिर से लंबी दूरी की यात्रा के दौरान सुरक्षा और सतर्कता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। ड्राइवर की झपकी जैसी छोटी सी चूक ने एक पूरा परिवार छीन लिया। हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यात्रा के दौरान उचित विश्राम और सतर्कता बरती जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गया जिले और आसपास के लोगों को गमगीन कर दिया है। यह घटना एक बड़ी चेतावनी भी है कि वाहन चलाते समय नींद या थकावट को कभी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
