टीआरई-3 में नहीं जारी होगा सप्लीमेंट्री रिजल्ट, शिक्षा मंत्री ने सदन में दी जानकारी, मई में चौथे चरण की परीक्षा

पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-3) को लेकर एक अहम घोषणा की गई है। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान स्पष्ट किया कि इस परीक्षा के लिए कोई सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं किया जाएगा। यह घोषणा विधायक अरुण शंकर प्रसाद के एक सवाल के जवाब में की गई। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के चौथे चरण (टीआरई-4) का आयोजन मई 2025 में किया जाएगा। इस चरण में वे सभी रिक्त पद शामिल किए जाएंगे जो टीआरई-3 के बाद खाली रह गए हैं।
टीआरई-3 का रिजल्ट और भर्ती प्रक्रिया
बीपीएससी ने 15 नवंबर 2024 को टीआरई-3 के तहत कक्षा 1 से 8 तक के लिए परिणाम जारी किया था। इस परीक्षा में कुल 38,900 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए थे। इनमें से कक्षा 1 से 5 तक के लिए 21,911 अभ्यर्थी और कक्षा 6 से 8 तक के लिए 16,989 अभ्यर्थी पास हुए थे। इसके बाद 16 दिसंबर 2024 को कक्षा 9 और 10 के लिए परिणाम घोषित किए गए। इस परीक्षा में कुल 15,251 अभ्यर्थी सफल हुए। इस चरण में कक्षा 9 और 10 के लिए कुल 19,415 पदों पर नियुक्ति की जानी थी।
आरक्षण विवाद और कोर्ट का फैसला
टीआरई-3 की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया 65% आरक्षण नीति के तहत शुरू की गई थी। हालांकि, हाईकोर्ट ने इस नीति को रद्द कर दिया, जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले को सही ठहराया। इसके चलते राज्य सरकार ने अब 50% आरक्षण नीति के आधार पर भर्ती का परिणाम जारी करने का निर्णय लिया है। शिक्षक भर्ती के लिए कुल 87,774 पदों की घोषणा की गई थी, लेकिन अब इनकी संख्या घटकर 84,581 रह गई है। इस कमी का कारण आरक्षण विवाद और कानूनी प्रक्रियाएं मानी जा रही हैं।
परीक्षा में पेपर लीक का मामला
टीआरई-3 परीक्षा 15 मार्च 2024 को दो पालियों में आयोजित की गई थी, लेकिन परीक्षा के दौरान पेपर लीक का मामला सामने आया। हजारीबाग के एक होटल और मैरिज हॉल में 270 से अधिक अभ्यर्थियों को प्रश्नों के उत्तर रटवाए जा रहे थे। जांच के दौरान जब्त किए गए प्रश्न पत्रों की तुलना बीपीएससी के आधिकारिक प्रश्न पत्र से की गई, जो पूरी तरह से मेल खाते पाए गए। इस गड़बड़ी के कारण 20 मार्च 2024 को पूरी परीक्षा रद्द कर दी गई थी।
चौथे चरण की परीक्षा मई में होगी
अब सरकार चौथे चरण (टीआरई-4) की परीक्षा मई 2025 में आयोजित करेगी। इस परीक्षा में वे सभी पद भी शामिल किए जाएंगे, जो टीआरई-3 के बाद रिक्त रह गए हैं। सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि जो अभ्यर्थी टीआरई-3 में असफल रहे हैं, उन्हें कोई अतिरिक्त मौका (सप्लीमेंट्री रिजल्ट) नहीं दिया जाएगा। टीआरई-3 की पूरी प्रक्रिया विवादों से घिरी रही, जिसमें पेपर लीक, आरक्षण नीति का बदलाव और पदों की संख्या में कमी जैसी समस्याएं शामिल थीं। अब सरकार ने चौथे चरण की परीक्षा के माध्यम से शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। जो उम्मीदवार टीआरई-4 के तहत आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें आगामी मई में परीक्षा देने का अवसर मिलेगा।

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