बिहार के स्कूलों में शिक्षकों की संख्या को लेकर शिक्षा विभाग का गाइडलाइन जारी, एक स्कूल में इतनी संख्या अनिवार्य
पटना। बिहार के मीडिल स्कूल और हाई स्कूलों में कितने शिक्षक होंगे शिक्षा विभाग ने इसको लेकर मानक तय कर दिया है। इसके बाद अब इस आदेश को लेकर शिक्षा विभाग में काफी चर्चा हो रही है। इसके साथ ही सभी स्कूल के हेडमास्टर और प्रभारी हेडमास्टर को इसकी सुचना दे दी गई है। इसके अलावा नवउत्क्रमित माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उच्च माध्यमिक शिक्षकों की अधिकतम संख्या 14 होगी। विभाग ने यह भी कहा है कि किसी कक्षा में 60 से अधिक विद्यार्थियों के नामांकन पर एक अलग सेक्सन बनाया जाएगा। वहीं, विभाग ने साफ किया है कि आवश्यकता के अनुसार उच्च माध्यमिक शिक्षक कक्षा 9-10 एवं माध्यमिक शिक्षक कक्षा 11-12 में पढ़ाएंगे। शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार अब कक्षा 1 से 5वीं तक के प्राथमिक विद्यालय में एक से लेकर के 120 तक की छात्रों की संख्या वाले स्कूलों में अब चार शिक्षक रहेंगे। वहीं 121 से लेकर के 150 तक की छात्रों वाले स्कूलों में पांच शिक्षक रहेंगे, जबकि 150 से अधिक छात्रों वाले स्कूलों में प्रत्येक 40 छात्रों पर एक शिक्षक रहेंगे। स्पष्ट किया गया है कि प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में एक प्रधान शिक्षक का पद स्वीकृत है, जो तय मानक किए गए शिक्षकों के संख्या के अतिरिक्त होगा। वहीं कक्षा एक से छह तक के मध्य विद्यालयों में कक्षा एक से 120 छात्रों के नामांकन वाले स्कूलों में मानक शिक्षकों की संख्या चार होगी। 121 से 150 छात्र वाले स्कूलों में मानक शिक्षकों की संख्या पांच और 150 से अधिक छात्रों वाले स्कूलों में प्रत्येक 40 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक होंगे। इसमें यह स्पष्ट है कि जिन मध्य विद्यालय में मूल कोटि के शारीरिक शिक्षक कार्यरत हैं। उन विद्यालयों में स्वीकृत एवं कार्यरत शिक्षक में एक-एक शारीरिक शिक्षक अंकित किए जाएंगे। इधर, कक्षा छह से 8वीं तक के स्कूलों में 105 छात्र की संख्या पर चार मानक शिक्षक होंगे। इनमें विज्ञान एवं गणित के एक-एक, सामाजिक अध्ययन के एक, हिंदी भाषा के एक और अंग्रेजी भाषा के एक शिक्षक होंगे। इसमें यह स्पष्ट किया गया है कि आवश्यकता के अनुसार भाषा अंतर्गत उर्दू एवं संस्कृत शिक्षक का प्रावधान किया जा सकता है, जबकि 105 से अधिक छात्रों की संख्या होने पर प्रत्येक 35 छात्रों पर एक शिक्षक होंगे। विषयवार शिक्षकों की संख्या का निर्धारण जिला स्तर पर किया जाएगा। नामांकन अधिक होने की स्थिति में विज्ञान एवं गणित के एक से अधिक शिक्षक रखे जा सकते हैं। यह भी स्पष्ट किया गया है कि प्रत्येक मध्य विद्यालय में एक प्रधानाध्यापक का पद स्वीकृत है, जो इन मानक शिक्षकों के अलावा होगा।