February 3, 2025

महाकुंभ की भगदड़ में अबतक बिहार के 11 लोगों की मौत, सीएम ने जताया दुख, 2 लाख मुआवजे की घोषणा

पटना। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में बिहार के 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इस घटना ने पूरे राज्य को शोक में डाल दिया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दुखद घटना में जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति वह और बिहार सरकार पूरी तरह से सहानुभूति रखते हैं। इस घटना में बिहार के विभिन्न जिलों के श्रद्धालुओं की मौत हुई है। इनमें गोपालगंज जिले के 4, औरंगाबाद जिले के 2, पटना जिले के 1, मुजफ्फरपुर जिले के 1, सुपौल जिले के 1, बांका जिले के 1 और पश्चिम चंपारण जिले के 1 श्रद्धालु शामिल हैं। कुल मिलाकर 11 लोगों की मौत हुई है, जो अत्यंत दुखद है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता के रूप में 2 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का ऐलान किया है। साथ ही, जो श्रद्धालु इस घटना में घायल हुए हैं, उन्हें 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी। यह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाएगी। महाकुंभ हिंदू धर्म के सबसे बड़े और पवित्र आयोजनों में से एक है, जहां लाखों-करोड़ों श्रद्धालु पवित्र नदी में स्नान करने के लिए एकत्रित होते हैं। हालांकि, इतने बड़े आयोजन में भीड़भाड़ और अव्यवस्था के कारण कई बार दुर्घटनाएं हो जाती हैं। इस बार भी प्रयागराज में हुई भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई। यह घटना न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए चिंताजनक है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव मदद करेगी ताकि मृतकों के परिवारों को इस दुखद घटना से उबरने में मदद मिल सके। इसके अलावा, उन्होंने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर जोर दिया है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि इतने बड़े आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को कैसे और बेहतर बनाया जाए। सरकार और प्रशासन को इस दिशा में गंभीरता से काम करने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना हम सभी के लिए एक सबक है कि धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा और प्रबंधन को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है। मृतकों के परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं और हम उनके दुख में शामिल हैं।

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