नालंदा में इंटरमीडिएट परीक्षा में एंट्री नहीं मिलने पर छात्र-छात्राओं का हंगामा, सड़क जाम कर काटा बवाल
नालंदा। बिहार में इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन नालंदा जिले में छात्र-छात्राओं को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलने के कारण हंगामा हो गया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने पहले ही गाइडलाइन जारी कर दिया था कि छात्रों को परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य है। इसके बावजूद, कई छात्र-छात्राएं देर से पहुंचे और उन्हें परीक्षा हॉल में प्रवेश नहीं दिया गया। इससे नाराज होकर छात्रों ने सड़क जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। नालंदा के बिहारशरीफ स्थित किसान कॉलेज में यह घटना हुई। यहां करीब एक दर्जन से अधिक छात्राएं देर से परीक्षा केंद्र पहुंची थीं। उनका कहना है कि वे समय पर पहुंच गई थीं, लेकिन दंडाधिकारी ने उन्हें परीक्षा हॉल में जाने नहीं दिया। इसके विपरीत, केंद्राधीक्षक का कहना है कि वे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के नियमों का पालन कर रहे हैं और जो छात्र-छात्राएं देर से पहुंचे, उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। इस घटना ने एक बार फिर परीक्षा प्रबंधन और छात्रों की समय पाबंदी को लेकर बहस छेड़ दी है। एक तरफ, छात्र-छात्राएं अपनी परेशानी बता रहे हैं और दूसरी तरफ, प्रशासन नियमों का हवाला देकर अपना पक्ष रख रहा है। इस तरह की घटनाएं छात्रों के भविष्य को प्रभावित कर सकती हैं, क्योंकि परीक्षा में शामिल न हो पाने के कारण उनका एक साल बर्बाद हो सकता है। साथ ही, यह घटना यह भी दर्शाती है कि परीक्षा केंद्रों पर बेहतर प्रबंधन और छात्रों को समय पर पहुंचने के लिए जागरूक करने की आवश्यकता है। इस मामले में दोनों पक्षों के तर्क सुनने और उचित समाधान निकालने की जरूरत है। छात्रों को समय पर पहुंचने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ, प्रशासन को भी थोड़ी लचीलापन दिखाना चाहिए ताकि ऐसी स्थितियों में छात्रों के भविष्य को बचाया जा सके।
दो पाली में आयोजित होगी एग्जाम
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट परीक्षा दो पालियों में ली जाएगी। जिले में 41 परीक्षा केन्द्र बनाए गए है। इसमें छात्राओं के लिए 18 तो छात्रों के लिए 23 परीक्षा केन्द्र हैं। बिहारशरीफ में 32, राजगीर में चार तो हिलसा अनुमंडल में पांच परीक्षा केन्द्र बनाए गये हैं। इस साल कला संकाय में 11 हजार 690, विज्ञान संकाय में 30 हजार 325, कॉमर्स में 340 तो वोकेशनल के लिए दो परीक्षार्थी शामिल होंगे। कल 41 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं ।
15 फरवरी तक होंगा एग्जाम
परीक्षा 1 फरवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगी। पूरे बिहार में कुल 1,677 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस परीक्षा में 6,50,466 छात्र और 6,44,187 छात्राएँ शामिल हो रही हैं। पटना जिले में कुल 75,917 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं, जिनके लिए 85 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं। परीक्षा केंद्र में किसी भी स्थिति में मोबाइल ले जाना सख्त प्रतिबंधित है। परीक्षा केंद्र के अंदर शिक्षक भी मोबाइल लेकर प्रवेश नहीं कर सकते। सुरक्षा के मद्देनजर सभी परीक्षा केंद्रों के बाहर धारा 144 लागू कर दी गई है।