पटना में अधेड़ ने बच्ची से घर में घुसकर की रेप की कोशिश, ग्रामीणों ने जमकर की पिटाई
पटना। फुलवारीशरीफ इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने एक 11 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार करने की कोशिश की। इस घटना ने पूरे इलाके में रोष और आक्रोश पैदा कर दिया। घटना तब हुई जब बच्ची अपने घर में अकेली थी और उसके पिता काम पर गए हुए थे। इस दौरान आरोपी व्यक्ति ने बच्ची के घर में घुसकर उसके साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की। हालांकि, बच्ची ने हिम्मत दिखाते हुए शोर मचाना शुरू कर दिया, जिससे आसपास के लोगों का ध्यान उस ओर गया। बच्ची की चीख सुनकर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और उन्होंने आरोपी को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई की। इस दौरान आरोपी को गंभीर चोटें आईं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों के चंगुल से आरोपी को छुड़ाकर उसे इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है और पीड़िता की मां के बयान के आधार पर थाने में केस दर्ज किया गया है। आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि घटना से जुड़े सभी पहलुओं को स्पष्ट किया जा सके। यह घटना एक बार फिर समाज में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। बच्ची की हिम्मत और ग्रामीणों की सजगता ने इस घटना को और भी भयावह होने से बचा लिया। हालांकि, यह सवाल अब भी बना हुआ है कि आखिर कब तक महिलाएं और बच्चियां अपने ही घरों में सुरक्षित महसूस कर पाएंगी। इस तरह की घटनाएं न केवल पीड़िता और उसके परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरा आघात होती हैं। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है। हालांकि, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सिर्फ कानूनी कदम उठाना ही काफी नहीं है। समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाना चाहिए। साथ ही, बच्चों को उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें आत्मरक्षा के गुर सिखाना भी बेहद जरूरी है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि समाज में अभी भी कई ऐसे तत्व मौजूद हैं जो महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं। ऐसे में, सरकार, पुलिस और समाज को मिलकर ऐसे अपराधों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे ताकि हर महिला और बच्ची सुरक्षित महसूस कर सके।