बेगूसराय में दो बसों की आमने-सामने टक्कर से भीषण हादसा, एक दर्जन से अधिक घायल, मची अफरा-तफरी
बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय जिले में शनिवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें दो बसों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। इस हादसे में दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए, जबकि कई यात्रियों को गंभीर चोटें आई हैं। हादसा मंझौल-बखरी पथ के तुलसीपुर चौक के पास हुआ, जहां घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से यह भयानक टक्कर हुई। बिहार में इन दिनों घने कोहरे की वजह से सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। तुलसीपुर चौक के पास हुई इस घटना में भी कोहरा मुख्य कारण बताया जा रहा है। कोहरे के कारण वाहन चालकों को सड़क पर सामने की स्थिति साफ दिखाई नहीं दी, जिससे दोनों बसें आमने-सामने टकरा गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बसों के शीशे चकनाचूर हो गए और यात्री बस के अंदर ही फंस गए। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को बस से बाहर निकालने में मदद की। पुलिस भी घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई और राहत कार्य शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। इस हादसे में कई यात्रियों को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि अन्य को हल्की-फुल्की चोटें लगी हैं। चिकित्सकों की टीम घायलों का इलाज कर रही है। हालांकि अब तक किसी की मृत्यु की खबर नहीं मिली है, लेकिन कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। बिहार में सर्दियों के दौरान घने कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। दृश्यता कम होने के कारण वाहन चालक सड़क पर सामने की स्थिति का सही अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं, जिससे इस तरह के हादसे हो रहे हैं। प्रशासन की ओर से वाहन चालकों को कोहरे के समय धीमी गति से वाहन चलाने और सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। घटना के बाद तुलसीपुर चौक पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बसों में फंसे यात्रियों को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। हादसे के कारण मंझौल-बखरी पथ पर यातायात बाधित हो गया, जिसे पुलिस ने कुछ समय बाद सुचारू रूप से चालू करवा दिया। पुलिस और प्रशासन ने घटना के बाद लोगों से अपील की है कि सर्दियों के मौसम में वाहन चलाते समय विशेष सतर्कता बरतें। घने कोहरे के कारण सड़क पर वाहन की गति धीमी रखें और अनावश्यक जोखिम न लें। यह हादसा एक बार फिर इस बात की चेतावनी देता है कि कोहरे के दौरान सड़क पर अतिरिक्त सावधानी की आवश्यकता है। प्रशासन और स्थानीय लोगों की तत्परता ने घायलों की मदद में अहम भूमिका निभाई, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए वाहन चालकों को भी जिम्मेदारी से काम लेना होगा।