February 5, 2025

31 जनवरी से बोधगया में शुरू होगा बौद्ध महोत्सव, कई देशों से जुटेंगे श्रद्धालु, 2 फरवरी तक कार्यक्रम

गया/पटना। बिहार के गया जिले में स्थित बोधगया, जो बौद्ध धर्म का पवित्र स्थल है, हर साल पर्यटन सीजन के बाद बौद्ध महोत्सव का आयोजन करता है। इस वर्ष यह आयोजन 31 जनवरी से 2 फरवरी तक चलेगा। इस तीन दिवसीय महोत्सव के लिए गया जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। महोत्सव को सफल बनाने के लिए एक कार्य समिति का गठन किया गया है, जिसमें विभिन्न विभागों और समितियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इस महोत्सव में देश-विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। इस वर्ष, वियतनाम, भूटान, कंबोडिया, थाईलैंड, श्रीलंका और जापान जैसे छह देशों के प्रसिद्ध कलाकार अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। इन प्रस्तुतियों में उन देशों की कला, संस्कृति और परंपराओं की झलक देखने को मिलेगी। साथ ही, स्थानीय कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। यह मंच स्थानीय और वैश्विक कला के समागम का प्रतीक बनेगा। बौद्ध महोत्सव के दौरान व्यंजन मेला और ग्राम श्री मेला का भी आयोजन किया जाएगा। व्यंजन मेले में स्थानीय और विदेशी व्यंजन उपलब्ध होंगे, जबकि ग्राम श्री मेला स्थानीय और अन्य राज्यों के कारीगरों के लिए अपनी हस्तनिर्मित वस्तुएं और सांस्कृतिक उत्पाद प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा। यह मेले महोत्सव को सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से समृद्ध बनाएंगे। महोत्सव के दौरान 70 विभागीय स्टॉल लगाए जाएंगे, जिनमें गया जिले की प्रमुख योजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी दी जाएगी। इन स्टॉलों के माध्यम से पर्यटकों और दर्शकों को गया जिले के सामाजिक और आर्थिक विकास के पहलुओं से अवगत कराया जाएगा। बोधगया आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने कई विशेष व्यवस्थाएं की हैं। महाबोधि मंदिर तक पहुंचने के लिए पर्याप्त संख्या में ई-रिक्शा उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा, गया से बोधगया के बीच अतिरिक्त बस सेवाओं का संचालन भी किया जाएगा, ताकि आगंतुकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। बौद्ध महोत्सव न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय कारीगरों, कलाकारों और उद्यमियों को अपने उत्पाद और कला प्रदर्शित करने का मंच भी प्रदान करता है। यह आयोजन बोधगया की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक है। बौद्ध महोत्सव एक ऐसा मंच है जहां स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिलता है। यह आयोजन न केवल बोधगया की धार्मिक महत्ता को बढ़ावा देता है, बल्कि स्थानीय विकास और आर्थिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहित करता है। इस वर्ष का महोत्सव, विशेष व्यवस्थाओं और आकर्षक कार्यक्रमों के साथ, पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय अनुभव साबित होगा।

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