बीएसएनएल ने बिहार मे लगाए 2 हज़ार से अधिक 4G टावर, अब गांव-गांव में मिलेगा बेहतर नेटवर्क
पटना। बिहार में डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत करने के उद्देश्य से भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने बड़ा कदम उठाया है। स्वदेशी तकनीक और उपकरणों के माध्यम से बीएसएनएल ने राज्य में फोर-जी मोबाइल सेवाओं की शुरुआत की है। मई 2024 से शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के तहत अब तक लगभग ढाई हजार फोर-जी उपकरण स्थापित किए जा चुके हैं और दो हजार साइट्स को ऑन-एयर कर दिया गया है। यह पहल राज्य के सभी जिलों में फोर-जी सेवा को सुलभ बना रही है।
गांवों तक पहुंची फोर-जी सेवा
बीएसएनएल ने उन इलाकों पर खास ध्यान दिया है, जो अब तक दूरसंचार सेवाओं से वंचित थे। बिहार के 200 से अधिक ऐसे गांवों में अब फोर-जी सेवा शुरू हो चुकी है। ये गांव मुख्य रूप से रोहतास, कैमूर, गया, औरंगाबाद, नवादा, मुंगेर और जमुई जिलों में स्थित हैं। चौहत्तर मोबाइल टावरों के माध्यम से इन क्षेत्रों में अब तेज और सुगम नेटवर्क सेवा उपलब्ध कराई जा रही है।
बीएसएनएल की राष्ट्रीय पहल और बिहार पर विशेष फोकस
बीएसएनएल ने हाल ही में पूरे देश में 10,000 से अधिक फोर-जी साइट्स की स्थापना की है। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में नेटवर्क कनेक्टिविटी को सुधारना है। बिहार इस परियोजना का एक प्रमुख केंद्र बना है, जहां नेटवर्क विस्तार से डिजिटल सेवाओं का लाभ अब दूरदराज के गांवों तक पहुंच रहा है। बीएसएनएल की यह पहल ग्रामीण इलाकों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। फोर-जी नेटवर्क से अब न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाएं सुलभ होंगी, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, ई-कॉमर्स और अन्य डिजिटल सेवाओं का भी विस्तार होगा। तेज इंटरनेट कनेक्शन से डिजिटल अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। बीएसएनएल की स्थापना 15 सितंबर 2000 को हुई थी, जब भारत सरकार ने दूरसंचार विभाग को एक स्वतंत्र कंपनी में परिवर्तित किया। यह कंपनी लगातार देश की दूरसंचार आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अब स्वदेशी तकनीक का उपयोग करते हुए बीएसएनएल ने फोर-जी सेवा को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। बीएसएनएल द्वारा बिहार में फोर-जी नेटवर्क का विस्तार राज्य के डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूती प्रदान कर रहा है। यह पहल न केवल गांवों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाएगी।