नालंदा में हथियार की बड़ी खेप को एसटीएफ ने किया बरामद, दो तस्कर गिरफ्तार
नालंदा। बिहार के नालंदा जिले में बिहार एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को गुरुवार रात बड़ी सफलता हाथ लगी। गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने दीपनगर थाना पुलिस के सहयोग से हथियार तस्करी के खिलाफ कार्रवाई की। दीपनगर थाना क्षेत्र के न्यू बायपास से अस्थावां की ओर जाने वाले मार्ग पर यह कार्रवाई की गई, जहां से दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार तस्करों के पास से एक एसबीबीएल बंदूक, तीन देसी कट्टा, दो देसी पिस्तौल, 315 बोर की 150 गोलियां और 12 बोर की 30 गोलियां बरामद की गईं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नालंदा जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र के जीरापुर निवासी राजेश कुमार (पुत्र कृष्णा प्रसाद) और मानपुर थाना क्षेत्र के पतरापुर निवासी मोहम्मद नौशाद खान (पुत्र सत्तार खान) के रूप में हुई है। एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए इन तस्करों को पकड़ा। शुरुआती पूछताछ में यह सामने आया है कि दोनों आरोपी लंबे समय से हथियार तस्करी के धंधे में लिप्त हैं। पुलिस अब गिरफ्तार तस्करों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि इस गिरोह के मुख्य सरगना और इसके नेटवर्क के अन्य सदस्यों तक पहुंचा जा सके। गिरफ्तार तस्कर बड़ी मात्रा में अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त में शामिल थे। इन हथियारों का उपयोग आपराधिक गतिविधियों में किया जा सकता था। पुलिस अब बैकवर्ड और फारवर्ड लिंक खंगालने में जुटी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हथियारों की यह खेप कहां से लाई गई और इसका वितरण किन-किन जगहों पर किया जाना था। दीपनगर थाना के इंस्पेक्टर जितेंद्र राम ने बताया कि यह कार्रवाई गुप्त सूचना पर की गई थी और इसमें एसटीएफ की विशेष भूमिका रही। उन्होंने यह भी कहा कि गिरफ्तार तस्करों से मिली जानकारी के आधार पर आगे की जांच को विस्तार दिया जा रहा है। यह घटना बिहार में अवैध हथियारों की तस्करी के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करती है। पुलिस और एसटीएफ की यह कार्रवाई राज्य में हथियार तस्करी के नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्थानीय प्रशासन ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता बताते हुए कहा है कि अपराध और अवैध हथियारों के नेटवर्क के खिलाफ ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी। एसटीएफ और पुलिस की यह संयुक्त कार्रवाई राज्य में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। अवैध हथियारों की तस्करी से जुड़े इस नेटवर्क का पर्दाफाश होने से अपराधियों पर अंकुश लगेगा और राज्य में अपराध दर कम करने में मदद मिलेगी। पुलिस इस मामले में जल्द और खुलासे करने का दावा कर रही है।