पटना में कई लोगों से ठगी करने वाला शातिर अपराधी गिरफ्तार, कई एटीएम कार्ड बरामद
- दो साथी अभी भी फरार…तलाश जारी…पेट्रोल पंप कर्मचारियों से की थी ठगी
पटना। राजधानी पटना के नदी थाना क्षेत्र में पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। यह अपराधी लंबे समय से कई लोगों को ठगी का शिकार बना रहा था। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से एक एटीएम कार्ड बरामद हुआ, जो किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर था। हालांकि, गिरोह के दो अन्य सदस्य पुलिस की पकड़ से फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश जारी है।
कैसे पकड़ा गया ठगी का मास्टरमाइंड
फतुहा डीएसपी-1 निखिल कुमार ने बताया कि यह गिरफ्तारी बुधवार को तब हुई जब आरोपी दो साथियों के साथ उसी पेट्रोल पंप पर पहुंचा, जहां से एक महीने पहले उसने ठगी की थी। एक महीने पहले आरोपी ने अपनी कार में 6 हजार रुपये का पेट्रोल भरवाया और 4200 रुपये नकद लिए। उसने पेट्रोल पंप मैनेजर को पेमेंट का फर्जी स्क्रीनशॉट दिखाया। लेकिन असली पैसे भेजने के बजाय, उसने मैनेजर का बैंक अकाउंट होल्ड करवा दिया। इस घटना के बाद से आरोपी की तलाश की जा रही थी। बुधवार को जब आरोपी उसी पेट्रोल पंप पर पहुंचा, तो कर्मचारियों ने उसे पहचान लिया और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके साथ आए दो लोग कार से भागने में सफल हो गए।
ठगी का तरीका और एटीएम कार्ड का इस्तेमाल
गिरफ्तार अपराधी ऑनलाइन ठगी के लिए फर्जी दस्तावेज और दूसरे लोगों के नाम पर बनाए गए एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करता था। पुलिस ने उसके पास से जो एटीएम कार्ड बरामद किया, वह किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर है। यह गिरोह आधुनिक तकनीक और ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम का दुरुपयोग कर लोगों को ठगता था। आरोपी का तरीका बेहद चालाकी भरा था। वह अपने शिकार को यह विश्वास दिलाने के लिए फर्जी ट्रांजैक्शन का स्क्रीनशॉट भेजता था कि उसने पैसे ट्रांसफर कर दिए हैं। इसके बाद वह नकद पैसे या सामान लेकर फरार हो जाता था।
गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश, छापेमारी जारी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी एक बड़े ठगी गिरोह का हिस्सा है। गिरोह के अन्य दो सदस्य, जो उसके साथ कार में मौजूद थे, मौके से फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन का सहारा लिया जा रहा है।
पेट्रोल पंप कर्मचारियों की सतर्कता से हुआ खुलासा
इस मामले में पेट्रोल पंप कर्मचारियों की सतर्कता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक महीने पहले हुई घटना को याद रखते हुए उन्होंने आरोपी को तुरंत पहचान लिया और पुलिस को सूचना दी। कर्मचारियों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से पुलिस को यह सफलता मिली।
ऑनलाइन फ्रॉड का बढ़ता खतरा
यह घटना ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करती है। डिजिटल पेमेंट और ऑनलाइन बैंकिंग के बढ़ते चलन के साथ ही ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ठग फर्जी स्क्रीनशॉट, फर्जी आईडी और फर्जी एटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है। इससे गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके ठगी के नेटवर्क के बारे में अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है। पुलिस ने यह भी कहा है कि इस गिरोह ने अब तक कितने लोगों को ठगा है और कितने रुपये की ठगी की है, इसकी पूरी जांच की जाएगी।
सतर्क रहने की जरूरत
यह घटना आम जनता के लिए सतर्कता का एक संदेश है। डिजिटल लेन-देन करते समय हमेशा लेन-देन की पुष्टि करें और फर्जी स्क्रीनशॉट या कॉल पर भरोसा न करें। बैंकिंग संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस या बैंक को सूचना दें। पटना में हुआ यह मामला दिखाता है कि ऑनलाइन ठगी के गिरोह कितने संगठित और चालाक हो सकते हैं। हालांकि, पुलिस की त्वरित कार्रवाई और पेट्रोल पंप कर्मचारियों की सतर्कता के कारण एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी भी जरूरी है। इस घटना ने डिजिटल लेन-देन के बढ़ते खतरों को उजागर किया है और जनता को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। पुलिस का यह कदम ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।