वैशाली में तीन जगहों पर एनआईए की छापेमारी, हथियार तस्कर की ठिकानों पर एजेंसी ने मारा छापा
वैशाली। बिहार के वैशाली जिले में बुधवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की छापेमारी से हड़कंप मच गया। जिले के तीन अलग-अलग स्थानों पर एनआईए की टीम ने हथियार तस्करी के खिलाफ यह कार्रवाई की। हाजीपुर के एसडीओ रोड स्थित एक मकान समेत बागमली और कृष्णापुरी इलाकों में एजेंसी ने छापेमारी की। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 5 बजे एनआईए की टीम हाजीपुर पहुंची और लगातार चार घंटे तक मकानों की तलाशी लेती रही। यह छापेमारी कुख्यात हथियार तस्कर प्रिंस के ठिकानों पर की गई है। एनआईए के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को कार्रवाई की जानकारी दी थी, लेकिन पूरी छानबीन के दौरान एजेंसी ने किसी भी प्रकार की जानकारी साझा करने से परहेज किया। वैशाली के पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने पुष्टि की कि एनआईए तीन अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई कर रही है। हालांकि, इस छापेमारी का पूरा ब्योरा केवल एनआईए ही उपलब्ध कराएगी। वैशाली से पहले 13 दिसंबर को एनआईए की टीम ने सीतामढ़ी जिले में भी छापेमारी की थी। यह कार्रवाई बाजपट्टी क्षेत्र में एक मुर्गा दुकानदार अब्दुल अलीम के घर की गई थी। एनआईए की टीम ने घर के भीतर रखी पेटियों और अलमारियों की गहन तलाशी ली थी और अब्दुल अलीम से पूछताछ की थी। बताया गया था कि यह कार्रवाई असम में चल रहे एक मामले के सिलसिले में की गई थी। अब्दुल अलीम का मोबाइल जब्त करने के बाद टीम ने कई अन्य अहम सबूत जुटाए थे। बाद में एटीएस ने भी अब्दुल अलीम से पूछताछ की थी। एनआईए द्वारा वैशाली और सीतामढ़ी में की गई ये कार्रवाइयां राज्य में बढ़ते हथियार तस्करी के मामलों को उजागर करती हैं। ऐसा माना जा रहा है कि एनआईए को असम से जुड़े किसी मामले की जांच के दौरान हथियार तस्करों के ठिकानों की जानकारी मिली, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। एनआईए देश की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले मामलों में गहन जांच करती है, और इस बार बिहार में यह कार्रवाई राज्य में सक्रिय आपराधिक नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। एनआईए की इस कार्रवाई ने स्थानीय प्रशासन और जनता के बीच चर्चा का विषय बना दिया है। हालांकि, एनआईए ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन स्थानीय पुलिस ने एजेंसी को पूरा सहयोग प्रदान किया। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस कार्रवाई से हथियार तस्करी के जाल को तोड़ने में मदद मिलेगी। एनआईए की यह छापेमारी राज्य में बढ़ते अपराध और हथियार तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है। हाजीपुर, बागमली और कृष्णापुरी में हुई इस कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि एजेंसी राज्य में अपराधियों और तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। आने वाले दिनों में एनआईए द्वारा जुटाए गए सबूतों और इस मामले में हुई गिरफ्तारियों से स्पष्ट होगा कि यह कार्रवाई कितनी प्रभावी रही।