पटना में रेलवे ट्रैक किनारे मिली युवक की लाश, कई घंटे बाद मोबाइल से हुई पहचान
- सुबह काम से बाहर निकाला था…ट्रेन से कट कर मौत की आशंका…परिजनों में कोहराम
पटना। राजधानी पटना के हरदास बीघा रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार देर रात एक युवक की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। यह लाश पोल संख्या 516/2 और 516/3 के बीच पाई गई थी। शव की पहचान में कई घंटे लग गए। मृतक की पहचान रोहित कुमार उर्फ महाबली के रूप में हुई, जो मीरनगर वार्ड-8 निवासी नरेश पासवान का इकलौता बेटा था। रोहित सुबह काम के सिलसिले में पटना के लिए घर से निकला था। प्रारंभिक जांच में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हुई है। हालांकि, पुलिस द्वारा अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है। घटना के बाद शव को लेकर रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस के बीच सीमा विवाद उत्पन्न हो गया। खुसरूपुर रेल पोस्ट प्रभारी ने लाश को अपने कब्जे में लेने से इनकार कर दिया, जिससे शव को करीब सात घंटे तक मौके पर ही पड़े रहना पड़ा। इस दौरान स्थानीय पुलिस और रेल पुलिस के बीच बातचीत चलती रही। आखिरकार, पहचान होने के बाद शव को स्थानीय थाने ने अपने कब्जे में लिया। रोहित की पहचान उसके जीएसएम मोबाइल सिम के जरिए की गई। लाश मिलने के समय वह नीले रंग की जींस, काले रंग की टी-शर्ट, और काले-लाल रंग की जैकेट पहने हुए था। शव क्षत-विक्षत अवस्था में था, जिससे परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों के बीच गहरा शोक और आक्रोश देखने को मिला। रोहित के माता-पिता सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे और बेटे की लाश की पहचान की। पिता नरेश पासवान ने रोहित को बचपन में गोद लिया था। रोहित उनके परिवार का इकलौता बेटा था, और उसकी मौत से परिवार पर गहरा दुख छा गया है। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है, और घर में मातम का माहौल है। इस घटना ने रेलवे और स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। सात घंटे तक शव का यूं ही पड़े रहना प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक है। स्थानीय लोग इस बात को लेकर नाराज हैं कि रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही, जबकि मृतक के परिवार को न्याय और तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता थी। रोहित की इस आकस्मिक मौत ने उसके परिवार और समाज में एक गहरा प्रभाव छोड़ा है। यह घटना न केवल प्रशासनिक खामियों को उजागर करती है, बल्कि समाज के प्रति संवेदनशीलता की भी कमी को दिखाती है। अब परिवार और स्थानीय लोग इस घटना की जांच और रोहित को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।