बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ी, अपोलो अस्पताल में भर्ती, हालत नाजुक
नई दिल्ली। देश के पूर्व गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता लाल कृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आपको बता दें कि बीते करीब दो हफ्तों से उनकी तबीयत नाजुक बनी हुई है। इससे पहले भी उन्हें इसी साल जुलाई महीने में दिल्ली के अपोलो अस्पताल में ही भर्ती कराया गया था। हालत स्थिर होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। उससे ठीक एक महीने पहले 26 जून को रात लगभग 10:30 बजे उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था। उन्हें यूरोलॉजी विभाग में उपचार मिल रहा था। वह 27 जून की दोपहर को डिस्चार्ज हो गए थे। लालकृष्ण आडवाणी 97 बरस के हैं। पिछले 4-5 महीनों के अंदर वो करीब चौथी बार अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इससे पहले उन्हें अगस्त के महीने में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।3 जुलाई को लालकृष्ण आडवाणी को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले 26 जून को उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। उन्हें न्यूरोलॉजी विभाग की निगरानी में रखा गया था। इसके अगले दिन उनकी एक छोटी सी सर्जरी हुई। इसके कुछ देर बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। लालकृष्ण आडवाणी पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। यही वजह है कि वो इन दिनों अपने घर पर ही रहते हैं और किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होते। आडवाणी को इस साल देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। लेकिन वो स्वास्थ्य की वजह से राष्ट्रपति भवन के आयोजन में नहीं पहुंच सके। उन्हें आवास पर ही भारत रत्न दिया गया था। लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची (जो वर्तमान पाकिस्तान में है) में हुआ था। आडवाणी ने 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़कर स्वयंसेवक के रूप में अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी। वह 1986 से 1990 तक, फिर 1993 से 1998 और 2004 से 2005 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। आडवाणी पार्टी के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहे हैं। आडवाणी ने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 1999 से 2005 तक गृह मंत्री और उपप्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 30 मार्च को उनके निवास पर जाकर उन्हें ‘भारत रत्न’ से नवाजा था। इस दौरान उनके आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे।