February 5, 2025

मुख्यमंत्री को तेजस्वी ने लिखा पत्र, कहा- बीपीएससी अभ्यर्थियों की समस्या हल करें, नहीं तो होगा बड़ा आंदोलन

पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। तेजस्वी यादव ने बीपीएससी की 70वीं परीक्षा को लेकर पत्र लिखा है। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सरकार ने अभ्यर्थियों की माँगों पर विचार नहीं किया तो हम आंदोलनकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी लड़ाई लड़ेंगे। एनडीए सरकार छात्रों के भविष्य और सपनों के साथ खिलवाड़ बंद करें। इसके आगे तेजस्वी यादव ने कहा है कि मैं बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए यह पत्र लिख रहा हूँ। आयोग के सर्वर की खामी के कारण फॉर्म भरने की आखिरी तारीख से 2-3 दिन पूर्व में सर्वर के ठीक से कार्य नहीं करने के कारण लाखों अभ्यर्थी फॉर्म भरने से वंचित रह गये थे जो कि उनके भविष्य और सतत् परिश्रम के लिए एक आघात है।स्वयं अपनी ही विफलता के लिए आयोग द्वारा फॉर्म भरने में असमर्थ रहे अभ्यर्थियों को ही उल्टे अगंभीर ठहरा देना अफसरशाही के अहंकार और तानाशाही को प्रदर्शित करता है। इसके अलावा, अभ्यर्थियों और अभिभावकों को अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि आयोग सामान्यीकरण या नॉर्मलाजेशन लागू करेगा या नहीं। फॉर्म भरवा लेने के बाद भी अभ्यर्थियों को अभी तक पूरी परीक्षा पद्धति की जानकारी नहीं है, जो उनके लिए अन्यायपूर्ण है।यहाँ यह उल्लेख करना अत्यावश्यक है कि सामान्यीकरण की प्रणाली सदैव से असामान्य रूप से विवादित रही है। किसी अभ्यर्थी को अगर कठिन प्रश्न का उत्तर पता है तो उसके लिए वह प्रश्न सरल है। किसी भी प्रश्न का सरल या कठिन होना अभ्यर्थी की तैयारी पर निर्भर करता है, आयोग की इच्छा, हठधर्मिता या बुद्धिमता पर नहीं। इसके अलावा परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाए जाने का भी अफवाह फैला था, जिसके कारण अभ्यर्थी असमंजस में पड़ गए थे। तेजस्वी यादव ने कहा है कि इन्हीं बातो को सबको देखते हुए, मैं समस्त अभ्यर्थियों के हित में आपके समक्ष निम्नलिखित माँगे रखता हूं। जिसमें सबसे पहले परीक्षा फॉर्म भरने के लिए अभ्यर्थियों को 5 अतिरिक्त दिन दिए जाएं, ताकि आयोग की नाकामी अथवा सर्वर की खामी के कारण जो अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर सकें, वे फॉर्म भर पाएं। आयोग 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाए, ताकि अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय मिल सके। नॉर्मलाइजेशन पर अपनी नीति स्पष्ट की जाए। उचित होगा कि सामान्यीकरण की विवादित और अन्यापूर्ण प्रक्रिया से बचा जाए। हमारी माँग है कि परीक्षा एक दिन, एक शिफ्ट, एक पेपर, एक पैटर्न में बिना पेपर लीक हो। मैं आशा करता हूँ कि आप इन माँगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगें और अभ्यर्थियों की समस्याओं का समाधान करेंगें।

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