पत्रकार नगर थाने में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की चार टीम पहुंची, निकल गए कई पुलिसकर्मी
पटना। बुधवार सुबह पत्रकार नगर थाने में भीषण आग लगने की घटना से हड़कंप मच गया। इस थाने में पुलिसकर्मी अपने परिवारों के साथ रहते हैं, और आग लगने के समय वहां 50 से अधिक पुलिसकर्मी और उनके परिजन मौजूद थे। आग इतनी तेजी से फैली कि कई पुलिसकर्मी इसकी लपटों में फंस गए। फायर ब्रिगेड की चार टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद सभी फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला गया। हादसे में थाने का मालखाना और कई अहम दस्तावेज जलकर राख हो गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग थाने में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी। एक पुलिसकर्मी दीपक ने बताया कि घटना के समय वे खाना बना रहे थे, तभी थाने के नीचे से आग की तेज लपटें उठने लगीं। थाने में रहते अन्य पुलिसकर्मी और उनके परिजन घबराहट में बाहर निकलने का प्रयास करने लगे। थाने में मौजूद 5 पुलिसकर्मी आग की चपेट में फंस गए थे, जिनमें से 4 को फायर ब्रिगेड की क्रेन के सहारे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इनमें से एक पुलिसकर्मी छत पर फंसा हुआ था, जिसे भी कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। थाने के पास स्थित दुकानों के मालिक और स्थानीय निवासी भी मौके पर मदद के लिए पहुंचे। एक दुकानदार, मुन्ना ने बताया कि आग लगने के कुछ ही पलों में थाने से धुआं और लपटें उठने लगीं। आस-पास के लोगों ने अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश की और इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी। स्थानीय लोगों ने कई पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों को बाहर निकालने में मदद की, जिससे बड़ी जनहानि होने से बच गई। इस आगजनी में थाने का मालखाना पूरी तरह से जल गया, जिसमें कई केसों से जुड़े साक्ष्य और संपत्तियां रखी थीं। इसके अलावा, थाने के अंदर मौजूद कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी आग की भेंट चढ़ गए। आग के कारण थाने में रखी पुलिस की कई फाइलें, दस्तावेज, अपराध संबंधी साक्ष्य आदि जलकर खाक हो गए। यह नुकसान पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है, क्योंकि कई मुकदमों से जुड़े साक्ष्य और दस्तावेजों का नुकसान जांच प्रक्रियाओं में बाधा डाल सकता है। फायर ब्रिगेड की चार टीमें इस घटना को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंचीं और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के अनुसार, शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगने की संभावना जताई जा रही है। आग की लपटों को नियंत्रित करने के लिए पहले पास के पानी स्रोतों का उपयोग किया गया, इसके बाद क्रेन की मदद से फंसे हुए पुलिसकर्मियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इस भीषण आगजनी की घटना ने पुलिसकर्मियों के बीच चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। घटना के बाद, थाने में रहने वाले पुलिसकर्मियों के परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। प्रशासन अब इस मामले की जांच कर रहा है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आगे ऐसी घटनाएं न हो। थाने में नये सिरे से विद्युत व्यवस्था की जांच की जाएगी और सुरक्षा मानकों को और अधिक कड़ा किया जाएगा। पत्रकार नगर थाने में हुई इस आगजनी की घटना ने न सिर्फ पुलिस विभाग को चौकन्ना किया है, बल्कि थानों में बेहतर सुरक्षा प्रबंधन और अग्नि सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता को भी उजागर किया है। यह घटना एक चेतावनी है कि शहरी क्षेत्रों में अग्नि सुरक्षा मानकों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। थाने में रह रहे पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना पुलिस विभाग के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।