जेपी यूनिवर्सिटी में छठ के बाद परीक्षाओं का दौर, 16 से फाइनल ईयर के एग्जाम, संडे को भी खुलेगा कॉलेज
गोपालगंज। बिहार के गोपालगंज जिले के सभी डिग्री कॉलेजों में जयप्रकाश विश्वविद्यालय (जेपी यूनिवर्सिटी) द्वारा छठ महापर्व की छुट्टियों के बाद 10 नवंबर से शिक्षण कार्य दोबारा शुरू किया जाएगा। इस बार छात्रों के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के मद्देनजर एक विशेष तैयारी की जा रही है, जिसके चलते रविवार को भी कॉलेज खुले रहेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्नातक सत्र 2020-23 के फाइनल ईयर की परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है, जो 16 नवंबर से 26 नवंबर के बीच आयोजित होगी। इस परीक्षा में विभिन्न विषयों के लिए दो पालियों का प्रावधान रखा गया है।
परीक्षा का समय और विषयों का बंटवारा
जेपी यूनिवर्सिटी ने परीक्षा का शेड्यूल स्पष्ट रूप से जारी कर दिया है। पहली पाली सुबह 9:00 बजे से 12:00 बजे तक होगी, जिसमें ग्रुप ए के विषयों की परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके बाद, दूसरी पाली दोपहर 1:15 बजे से शाम 4:15 बजे तक चलेगी, जिसमें ग्रुप बी के विषयों की परीक्षाएं होंगी। इस प्रकार छात्रों को अपनी तैयारी के अनुसार दोनों पालियों में बैठने का मौका मिलेगा, और पूरे अनुशासन के साथ परीक्षा संपन्न होगी। 16 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक ऑनर्स विषयों की परीक्षाएं ली जाएंगी। वहीं, 26 नवंबर को पर्यावरण अध्ययन (जीईएस) की परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसमें साइंस और कॉमर्स के छात्रों की परीक्षा पहली पाली में, जबकि आर्ट्स के छात्रों की परीक्षा दूसरी पाली में होगी। इस प्रकार से विषयों का वर्गीकरण किया गया है ताकि सभी विषयों की परीक्षा समयानुसार सही प्रकार से आयोजित की जा सके।
परीक्षा केंद्रों की विशेष व्यवस्था
गोपालगंज में फाइनल ईयर की परीक्षा के लिए इस बार केवल दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जो कि जिले के छात्रों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए चयनित किए गए हैं। शहर के कमला राय कॉलेज और हथुआ के गोपेश्वर कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। कमला राय कॉलेज केंद्र पर महेंद्र महिला कॉलेज, गोपेश्वर कॉलेज, और एसएमडी कॉलेज जलालपुर के छात्र परीक्षा देंगे। इसके अतिरिक्त, गोपेश्वर कॉलेज केंद्र पर बीपीएस कॉलेज भोरे, एसकेबी डिग्री कॉलेज कुचायकोट, और कमला राय कॉलेज के छात्रों का परीक्षा केंद्र रखा गया है। इन दोनों केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि छात्रों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
रविवार को कॉलेज खोलने का फैसला
जेपी यूनिवर्सिटी ने परीक्षा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए एक विशेष निर्णय लिया है। इस निर्णय के अनुसार, रविवार को भी कॉलेज खुले रहेंगे और कॉलेज स्टाफ परीक्षाओं की तैयारी में जुटा रहेगा। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि परीक्षा से पूर्व सभी व्यवस्थाओं की तैयारी सुचारू रूप से की जा सके और छात्रों को एक बेहतर परीक्षा माहौल मिल सके।
विश्वविद्यालय प्रशासन का संदेश
विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा के आयोजन से संबंधित सभी दिशा-निर्देश कॉलेजों और छात्रों तक पहुंचा दिए हैं। प्रशासन ने छात्रों को समय पर परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने और नियमों का पालन करने का निर्देश दिया है। परीक्षा को लेकर किसी भी तरह की असुविधा से बचने के लिए केंद्र पर प्रवेश का समय निश्चित किया गया है। प्रशासन ने परीक्षा के दौरान अनुशासन बनाए रखने के साथ ही कोविड-19 से जुड़ी एहतियात बरतने की भी सलाह दी है।
छात्रों और शिक्षकों की प्रतिक्रिया
छात्रों के बीच फाइनल ईयर परीक्षा को लेकर उत्साह और चिंता दोनों का माहौल है। कुछ छात्रों का कहना है कि छठ पर्व के बाद से ही वे परीक्षा की तैयारी में लग जाएंगे। वहीं, शिक्षकों का कहना है कि इस बार परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने काफी समय रहते शेड्यूल जारी किया है, जिससे छात्रों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल गया है। कॉलेज स्टाफ के लिए रविवार को भी कॉलेज खुलने से अतिरिक्त काम का भार तो है, लेकिन वे इसे छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए खुशी-खुशी निभाने के लिए तैयार हैं। शिक्षकों का मानना है कि इस प्रकार की तैयारी से परीक्षा का संचालन अधिक व्यवस्थित होगा और छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। जयप्रकाश विश्वविद्यालय द्वारा छठ के बाद फाइनल ईयर परीक्षाओं को लेकर की गई यह विशेष व्यवस्था सराहनीय है। कॉलेजों को रविवार को भी खोलने का निर्णय एक अनुकरणीय कदम है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि छात्रों के परीक्षा की तैयारी में कोई कमी न रहे। परीक्षा शेड्यूल का समय से जारी होना, परीक्षा केंद्रों का चयन और विषयों के लिए अलग-अलग पालियों की व्यवस्था, यह सभी कदम परीक्षा की तैयारी और संचालन को सुगम बनाने में सहायक होंगे। इस प्रकार से विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उठाए गए ये कदम न केवल परीक्षा को व्यवस्थित बनाएंगे, बल्कि छात्रों और शिक्षकों के लिए एक सकारात्मक माहौल भी तैयार करेंगे, जिससे कि परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न हो सके।