बेगूसराय में जंगली सियार का आतंक, हमला कर एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों को बनाया शिकार
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बेगूसराय। बेगूसराय में सियार के आतंक से लोगों को घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। दो दिनों में सियार के हमले से एक दर्जन लोग घायल हो गए हैं। जिससे 3 किलोमीटर के दायरे में बसे 3 गांवों में हड़कंप मचा हुआ है। गांव के युवकों को रात में घूम-घूमकर पहरा देना पड़ रहा है। शाम होते ही लोग घर के दरवाजा की कुंडी लगा ले रहे हैं। मामला भगवानपुर थाना क्षेत्र के सतराजेपुर, समस्तीपुर और लखनपुर गांव का बताया जा रहा है। बता दें कि बेगूसराय बिहार का चौथा ऐसा जिला हो गया है, जहां लोग सियार के आतंक से परेशानियों में हैं। इससे पहले मुजफ्फरपुर, मुंगेर और छपरा में सियार आतंक मचा चुका है। तीनों ही गांव के लोग सियार के हमले की अपनी-अपनी आपबीती लोगों को सुन रहे हैं। लोगों का कहना है कि हमारे इलाके में सियार तो सब दिन रहे हैं। लेकिन कभी गांव में आकर आदमी पर हमला नहीं करते थे। सतराजेपुर, समस्तीपुर और लखनपुर गांव बलान नदी के किनारे बसा हुआ है। सियार उसी की झाड़ियों में रहा करते हैं। सियार के हमले से लगभग एक दर्जन ग्रामीण घायल हुए हैं। सभी का नजदीकी पीएचसी में इलाज चल रहा है। सभी घायलों को एंटी रैबीज इंजेक्शन दिया जा रहा है। घायल ग्रामीण शत्रुघ्न पासवान ने बताया कि वह अपने घर में सो रहे थे, तभी सुबह 5 बजे हमारे साला अमित पर सियार ने हमला कर दिया। हल्ला सुनकर जब हम घर से निकल रहे थे, तभी सियार ने मेरे पैर पर भी अटैक कर दिया। काफी जोर से दांत गड़ा दिया था। हमने दोनों हाथ से पकड़ कर छुड़ाया तो उंगली को भी काट लिया। इस दौरान हमदोनों घायल हो गए। इसी क्रम में एक ग्रामीण ने बताया कि सुबह करीब बजे मेरा लड़का दरवाजा पर सोया हुआ था। तभी सियार आया और सिरहाने में लटके हाथ में काट लिया। उसके चिल्लाने पर दौड़े तो सियार वहां से निकल कर दूसरे को काट लिया। ऐसे हीं कई लोगों को यह सियार अपना शिकार बना चुका है।
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