December 22, 2024

चुनाव की तैयारी में जुटा जदयू: नई राज्य कार्यकारिणी का हुआ गठन, सीएम समेत 68 लोगों को मिली जगह

पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के तहत जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपने संगठन में व्यापक बदलाव किए हैं। पार्टी ने एक महीने के भीतर संगठन की तीन महत्वपूर्ण समितियों में फेरबदल किया है। पहले राष्ट्रीय पदाधिकारियों को बदला गया, फिर प्रदेश कमेटी में बदलाव हुए, और अब नई राज्य कार्यकारिणी का गठन किया गया है। इस नई कार्यकारिणी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत 68 प्रमुख नेताओं को जगह दी गई है। नई राज्य कार्यकारिणी में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, वशिष्ठ नारायण सिंह, विजेन्द्र प्रसाद यादव, विजय चौधरी, उमेश सिंह कुशवाहा, पूर्व केंद्रीय मंत्री दशई चौधरी, पूर्व सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी और पूर्व सांसद विजय कुमार जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इसके अलावा, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के कई सांसदों और पार्टी के सीनियर नेताओं को भी इसमें अहम स्थान दिया गया है। पार्टी द्वारा किए गए इन बदलावों का उद्देश्य विधानसभा चुनावों से पहले संगठन को मजबूत और अधिक प्रभावी बनाना है। जदयू यह सुनिश्चित करना चाहती है कि चुनावी मैदान में पार्टी की पकड़ मजबूत हो और सभी स्तरों पर कार्यकर्ता और नेता संगठित होकर चुनाव प्रचार में जुटें। राज्य कार्यकारिणी के गठन से पहले 24 अगस्त को पार्टी ने प्रदेश कमेटी को भंग कर दिया था, जिसके एक घंटे बाद ही नई प्रदेश कमेटी की घोषणा की गई थी। इसमें 115 नेताओं को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पिछली कमेटी में जहां 550 सदस्य थे, नई कमेटी में इस संख्या को घटाकर 115 कर दिया गया है। यह कदम संगठन को अधिक चुस्त और कार्यकुशल बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। जदयू के इस बदलाव के पीछे का मुख्य कारण विधानसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करना है। पार्टी का मानना है कि एक छोटी लेकिन प्रभावी टीम के साथ चुनावी तैयारियों को अधिक प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जा सकता है। इसके साथ ही, चुनावी रणनीति बनाने और जनता तक पहुंचने के प्रयासों को भी तेज किया जा रहा है। नीतीश कुमार, जो बिहार के मुख्यमंत्री हैं, का जदयू के संगठनात्मक ढांचे में हमेशा से प्रमुख स्थान रहा है। उनका अनुभव और नेतृत्व चुनावों में पार्टी के लिए महत्वपूर्ण साबित होते रहे हैं। उनके साथ राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और ललन सिंह का नाम भी इस नई कार्यकारिणी में है, जो पार्टी के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर महत्वपूर्ण कड़ी साबित होंगे। जदयू की इस नई कार्यकारिणी का गठन आगामी चुनावों के मद्देनजर पार्टी के आंतरिक समीकरणों को दुरुस्त करने का एक प्रयास है। इसमें नए और पुराने नेताओं का मिश्रण देखा जा सकता है, जो संगठन को ताजगी और अनुभव दोनों प्रदान करता है। खासकर, वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ युवा और प्रभावी नेताओं को भी जिम्मेदारी दी गई है, जो आगामी चुनावों में पार्टी को मजबूती प्रदान करेंगे। बिहार की राजनीति में जदयू का एक अहम स्थान है, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी ने कई महत्वपूर्ण बदलाव और नीतिगत सुधार किए हैं। आगामी चुनावों में जदयू का प्रदर्शन काफी हद तक संगठन की आंतरिक मजबूती और चुनावी तैयारियों पर निर्भर करेगा। नई राज्य कार्यकारिणी का गठन इस दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जिसका मकसद पार्टी को चुनावों में बेहतर परिणाम दिलाना है।

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