दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री बनी आतिशी, उपराज्यपाल ने दिलाई शपथ, 5 कैबिनेट मंत्रियों ने भी ली शपथ
नई दिल्ली। दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में आतिशी का मुख्यमंत्री पद की शपथ लेना इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। 43 साल की उम्र में दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री बनने वाली आतिशी ने 21 सितंबर 2024 को शपथ ग्रहण किया। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने राजनिवास में उन्हें शपथ दिलाई। शपथ के तुरंत बाद आतिशी ने अपने राजनीतिक गुरु अरविंद केजरीवाल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया, जो हाल ही में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके थे। दिल्ली की राजनीति में आतिशी एक जाना-पहचाना नाम है। वे कालकाजी विधानसभा सीट से तीन बार की विधायक हैं और शिक्षा के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार में शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाली थी, जहां उन्होंने कई महत्वपूर्ण सुधार किए। आतिशी का मुख्यमंत्री बनना इसलिए भी खास है क्योंकि वे दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गई हैं। अरविंद केजरीवाल ने 45 साल की उम्र में इस पद को संभाला था, जबकि आतिशी ने 43 साल में यह जिम्मेदारी ली। इसके साथ ही, वे सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों ने भाग लिया। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, भाजपा सांसद मनोज तिवारी, और विपक्ष के नेता विजेन्दर गुप्ता जैसे महत्वपूर्ण नेता इस मौके पर उपस्थित रहे। इसके अलावा, आतिशी के माता-पिता भी इस गर्व के पल में शामिल हुए। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद, आतिशी ने अपने मंत्रिमंडल के लिए पांच मंत्रियों का चयन किया। सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इन पांच मंत्रियों में मुकेश अहलावत नए चेहरे के रूप में कैबिनेट में शामिल हुए हैं। आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद आम आदमी पार्टी के लिए यह एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं, लेकिन आतिशी को अब नई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। खासकर, दिल्ली में विकास कार्यों को आगे बढ़ाने और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। आम आदमी पार्टी की इस नई सरकार से जनता को काफी उम्मीदें हैं। आतिशी ने अपने शपथ ग्रहण के दौरान भी यह संकेत दिया कि वे दिल्ली की जनता के हित में काम करेंगी और पार्टी द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों को और आगे बढ़ाएंगी।