भोजन के विज्ञापन में एआई की तस्वीरें का उपयोग नहीं करेगा जोमैटो, कंपनी के सीईओ ने की घोषणा

नई दिल्ली।  एक महत्वपूर्ण घोषणा में, जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने बताया कि कंपनी अब अपने प्लेटफार्म पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) द्वारा जनरेट की गई खाने और व्यंजनों की तस्वीरों का उपयोग नहीं करेगी। यह निर्णय ग्राहकों से मिली शिकायतों के बाद लिया गया है, जिसमें कहा गया कि एआई द्वारा बनाई गई इन तस्वीरों ने उन्हें गुमराह किया है। गोयल ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर इस संबंध में जानकारी दी और कहा कि कंपनी को कई ग्राहकों ने सूचित किया कि एआई जनरेटेड इमेजेज ने उन्हें भ्रमित किया और वास्तविक व्यंजनों के बारे में गलत धारणा बनाई। इसके चलते कई ग्राहक न केवल नाखुश हुए बल्कि उन्होंने अपनी रेटिंग्स भी कम कर दी, जिससे रेस्तरां को नुकसान हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि एआई द्वारा उत्पन्न ये तस्वीरें ग्राहकों और रेस्तरां के बीच विश्वास का उल्लंघन कर रही हैं। इसके परिणामस्वरूप रिफंड की मांगों में वृद्धि हो रही है, जो न केवल कंपनी के लिए एक वित्तीय चुनौती है, बल्कि रेस्तरां पार्टनर्स के साथ उसके रिश्तों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। कंपनी के सीईओ ने रेस्तरां पार्टनर्स से अनुरोध किया है कि वे अपने मेनू में व्यंजनों की वास्तविक तस्वीरों का उपयोग करें और एआई जनरेटेड इमेजेज से बचें। उन्होंने यह भी कहा कि जोमैटो इस महीने के अंत तक ऐसी सभी एआई जनरेटेड तस्वीरों को अपने प्लेटफॉर्म से हटाने की प्रक्रिया शुरू कर देगा। यह कदम केवल तस्वीरों तक ही सीमित नहीं है। गोयल ने रेस्तरां मालिकों और इन-हाउस मार्केटिंग टीमों से आग्रह किया है कि वे अपने विपणन उद्देश्यों के लिए भी एआई जनरेटेड इमेजेज का उपयोग बंद कर दें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जबकि जोमैटो विभिन्न कार्यों में एआई का उपयोग करता है, जैसे कि वर्कफ़्लो को कुशल बनाने के लिए, लेकिन एक क्षेत्र जहां एआई का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए, वह है व्यंजनों की तस्वीरें। एआई द्वारा उत्पन्न इन तस्वीरों को लेकर मिली शिकायतों ने जोमैटो को यह समझने पर मजबूर कर दिया कि ग्राहकों के साथ पारदर्शिता और विश्वास बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। गोयल का मानना है कि जब ग्राहक मेनू पर किसी व्यंजन की तस्वीर देखते हैं, तो वे यह मानते हैं कि वह चित्रित व्यंजन वास्तविक है और वही उन्हें मिलेगा। लेकिन जब एआई जनरेटेड तस्वीरें वास्तविकता से मेल नहीं खातीं, तो ग्राहकों में निराशा होती है, जिससे उनके अनुभव पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जोमैटो का यह कदम एआई के उपयोग पर एक महत्वपूर्ण बहस को जन्म देता है। जबकि एआई तकनीक ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है, इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि कुछ क्षेत्रों में एआई का उपयोग सावधानी से किया जाना चाहिए। इस फैसले से रेस्तरां उद्योग में एक नया मानक स्थापित हो सकता है, जहां एआई का उपयोग सीमित होगा और वास्तविकता को प्राथमिकता दी जाएगी। गोयल की यह घोषणा उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भविष्य में ग्राहकों और व्यवसायों के बीच विश्वास और पारदर्शिता को बनाए रखने में सहायक होगी।

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