पटना पुलिस ने हर्ष फायरिंग मामले में दो अपराधियों को किया गिरफ्तार, देसी कट्टा बरामद
पटना। राजधानी पटना में हर्ष फायरिंग की एक घटना ने सोमवार की देर रात को लोगों में दहशत फैला दी। इस घटना के संबंध में पटना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, इन दोनों युवकों का पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे पहले भी कानून के विरुद्ध गतिविधियों में शामिल रहे हैं। घटना का विवरण देते हुए पुलिस ने बताया कि सोमवारी पूजा के अवसर पर कुछ लोग जलाभिषेक के लिए जा रहे थे। इस दौरान, सिमली छोटा मंदिर बाल्टी कारखाना के नजदीक डीजे की धुन और भीड़भाड़ के बीच हर्ष फायरिंग की सूचना पुलिस को मिली। हर्ष फायरिंग एक ऐसी खतरनाक प्रथा है जिसमें जश्न के दौरान हवा में गोलियां चलाई जाती हैं, जो कई बार घातक साबित हो सकती हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और घटनास्थल पर पहुंचकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान पंकज कुमार और रिशु आर्यन के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से एक देसी कट्टा और कई गोलियां भी बरामद की हैं। मालसलामी थाना प्रभारी राजकुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों युवकों पर पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। ये लोग पहले भी कानून के शिकंजे में आ चुके हैं, और उनके खिलाफ पहले भी कार्रवाई की जा चुकी है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिरकार इन दोनों ने हर्ष फायरिंग क्यों की। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि उनके पास देसी कट्टा और गोलियां कहां से आईं और उनका इरादा क्या था। हर्ष फायरिंग जैसी घटनाएं न केवल समाज के लिए खतरनाक हैं, बल्कि कानून व्यवस्था के लिए भी एक गंभीर चुनौती पेश करती हैं। ऐसे मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई आवश्यक होती है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है और कहा है कि ऐसे किसी भी अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर्ष फायरिंग के मामले में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है और पुलिस यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। पटना पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से जनता में विश्वास बहाल हुआ है और उम्मीद है कि इस प्रकार की घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। पुलिस की सक्रियता से यह भी संदेश जाता है कि कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें जल्द ही कानून के कठघरे में खड़ा किया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि हर्ष फायरिंग जैसी गैरजिम्मेदाराना हरकतें कितनी खतरनाक हो सकती हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से अपराधियों में खौफ और समाज में सुरक्षा का माहौल बनाना जरूरी है।