पटना में रेलवे स्टेशन और ट्रैक पर रील बनाने वालों की खैर नहीं, पकड़े जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई
पटना। पटना में रेलवे स्टेशन और ट्रैक पर रील बनाने वालों के लिए अब सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। रेलवे प्रशासन ने उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है, जो ट्रेन के आने-जाने के समय या रेलवे ट्रैक पर खतरनाक तरीके से वीडियो और रील बनाते हैं। इस प्रकार की गतिविधियों को न केवल गैरकानूनी माना जाएगा, बल्कि इनसे यात्रियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है। यात्री सुरक्षा व संरक्षित रेल परिचालन के मद्देनजर आरपीएफ मुख्यालय ने ट्रैक पर रील बनाने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती करने का निर्देश आरपीएफ को दिया है। रेल लाइन की निगरानी बढ़ाने के साथ रील आदि बनाने के दौरान ट्रैक से छोड़छाड़ करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनको जेल भेजने को कहा है। हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर रेलवे स्टेशन और ट्रैक पर बनाई गई रील्स और वीडियो की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। लोग अपनी जान की परवाह किए बिना ऐसे जोखिम भरे वीडियो बनाते हैं और फिर उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं। इस प्रकार की वीडियो बनाने के दौरान न केवल वे अपनी जान जोखिम में डालते हैं, बल्कि अन्य यात्रियों के लिए भी खतरा पैदा करते हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें स्टेशन पर गश्त करेंगी और ऐसे लोगों को पकड़ा जाएगा, जो रेलवे संपत्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं या अपनी और दूसरों की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं। पकड़े जाने पर इन लोगों के खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें जुर्माना और जेल की सजा भी हो सकती है। यही नहीं, कई तरह की गैर कानूनी गतिविधियां और ट्रैक से छेड़छाड़ से संबंधित रील को चिह्नित भी किया गया। समीक्षा में बताया गया कि ऐसे लोगों की गतिविधियां यात्री सुरक्षा व संरक्षित रेल परिचालन दोनों के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करती हैं। रेलवे पुलिस भी इस मामले में सक्रिय हो गई है। रेलवे पुलिस का कहना है कि वे नियमित रूप से स्टेशन और ट्रैक पर निगरानी करेंगे, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करेंगे। इसके अलावा, रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे स्टेशन और ट्रैक पर ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल न हों जो उनकी सुरक्षा को खतरे में डाल सके। रेलवे प्रशासन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से भी आग्रह किया है कि वे ऐसे वीडियो और रील्स को बैन करें जो रेलवे ट्रैक या स्टेशन पर बनाई गई हों। इसके लिए वे सोशल मीडिया कंपनियों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं। प्रशासन का मानना है कि अगर इन वीडियो को सोशल मीडिया से हटा दिया जाए, तो लोग इस तरह की खतरनाक हरकतों से बचेंगे। इसके साथ ही, रेलवे प्रशासन ने आम जनता से भी सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा है कि यदि कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की गतिविधि में लिप्त दिखे, तो इसकी जानकारी तुरंत रेलवे अधिकारियों या पुलिस को दें। इस पहल का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और रेलवे परिसर में सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। रेलवे प्रशासन के इस कदम से उम्मीद है कि स्टेशन और ट्रैक पर रील बनाने की घटनाओं में कमी आएगी, और लोग अपनी सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक होंगे। यह कार्रवाई न केवल रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यात्रियों की जानमाल की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है।