पटना में सीएम ने खरीफ महाभियान-2024 का किया शुभारंभ, जागरूकता वाहनों को दिखाई हरी झंडी
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को 01 अणे मार्ग से खरीफ महाभियान-2024 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी जिलों के लिए किसान जागरूकता वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि किसानों को कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें जागरूक किया जाए। इस महाभियान के तहत किसान जागरूकता वाहन किसानों को खरीफ फसलों की तकनीकी जानकारी एवं कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देंगे। यह वाहन किसानों को अनुदानित दर पर उपादान वितरण, फसल अवशेष प्रबंधन, जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम, जैविक खेती, फसल विविधिकरण, और चतुर्थ कृषि रोड मैप के विभिन्न आयामों की जानकारी भी प्रदान करेंगे। इसके माध्यम से किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत में कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा और पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, कृषि मंत्री मंगल पाण्डे, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद, कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, और कृषि निदेशक मुकेश कुमार लाल सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। इन जागरूकता वाहनों के माध्यम से किसानों को खरीफ फसलों की बेहतर तकनीकों और विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा, फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ाने, जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रमों की जानकारी देने, जैविक खेती को प्रोत्साहन देने, और फसल विविधिकरण के महत्व को बताने के उद्देश्य से भी यह अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस महाभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना और उन्हें कृषि के आधुनिक तकनीकों और योजनाओं से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि यह अभियान किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे अधिक उत्पादन कर सकेंगे और अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे। खरीफ महाभियान-2024 का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए नई उम्मीदें और अवसर प्रदान किए हैं। जागरूकता वाहन किसानों तक पहुंचकर उन्हें न केवल योजनाओं की जानकारी देंगे बल्कि उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी प्रेरित करेंगे। इससे बिहार में कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकेगा। बिहार के किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए बिहार सरकार कई पहलुओं पर विचार कर रही है जैसे मुख्यमंत्री हरित बिहार योजना से यह योजना किसानों को फसल विविधीकरण और उन्नत कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सकती है। वही बिहार सरकार का कृषि रोडमैप किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देता है, जैसे कि सिंचाई, बीज, उर्वरक, और फसल बीमा का लाभ किसानों को मिल रहा है। साथ ही सिंचाई परियोजनाएँ जैसे कोसी मेघा सिंचाई योजना और सोन नहर प्रणाली जैसी परियोजनाओं से किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधाएँ मिल सकती हैं, जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि हो सकती है। जल संचयन तकनीकों को बढ़ावा देने से किसानों को सूखे के समय में भी जल उपलब्धता सुनिश्चित होगी, जिससे उनकी कृषि पर निर्भरता बढ़ेगी। वही इसके साथ उन्नत कृषि उपकरणों और यंत्रों का उपयोग करने से कृषि कार्यों में लागत कम होगी और उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी। डिजिटल प्लेटफार्मों का उपयोग करके किसान बाजार की जानकारी, मौसम की जानकारी और नवीनतम कृषि तकनीकों तक आसानी से पहुँच सकते हैं। एकल फसल के बजाय कई प्रकार की फसलें उगाने से किसानों की आय के स्रोत बढ़ सकते हैं और जोखिम कम हो सकता है। विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं, जिससे वे आधुनिक कृषि पद्धतियों को समझ सकें और अपनाने में सक्षम हो सकें। इन सभी पहलुओं पर ध्यान देकर और उचित नीतियाँ लागू करके बिहार के किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार किया जा सकता है। सरकारी नीतियाँ, तकनीकी नवाचार, और शिक्षा-प्रशिक्षण के समन्वय से किसानों की आय में वृद्धि और उनके जीवन स्तर में सुधार संभव है।