एनडीए को छोड़कर पाला बदलेंगे अजित पवार, चाचा की तारीफ से बढ़ी सियासी हलचल

मुंबई। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने और नई सरकार के गठन के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल बढ़ गई है। अजित पवार, जो बीते साल अपने चाचा शरद पवार से बगावत करके अपनी नई पार्टी बनाई थी, ने इन चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन किया। उनकी पार्टी को महाराष्ट्र में सिर्फ एक सीट मिली, और बारामती लोकसभा सीट पर उनकी पत्नी सुनेत्रा को सुप्रिया सुले से हार का सामना करना पड़ा। यह नतीजे अजित पवार के लिए झटके के रूप में देखे जा रहे हैं, जो भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के साथ गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम हैं। चुनाव परिणामों के बाद अजित पवार के बयान में बदलाव देखा जा रहा है। एनसीपी के 25 साल पूरे होने के मौके पर उन्होंने शरद पवार की तारीफ की। अजित पवार ने कहा, “शरद पवार ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर अलग होकर नई पार्टी का गठन किया था। वह तब से ही पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं और हमारे संगठन को दिशा दे रहे हैं।” यह पहली बार है जब अजित पवार ने शरद पवार की तारीफ की है, जिससे राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं। अजित पवार ने एनडीए के साथ अपने रिश्तों और मोदी सरकार में मंत्री पद न लेने पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा, “हमारा कहना था कि प्रफुल्ल पटेल पहले भी कैबिनेट मिनिस्टर रहे हैं। ऐसे में वह राज्य मंत्री क्यों बनेंगे। हमने इस बारे में भाजपा की लीडरशिप को बता दिया है। हम कुछ समय इंतजार करेंगे और एनडीए में ही बने रहेंगे। इसके अलावा 15 अगस्त से पहले तक हमारी राज्यसभा में एक बजाय तीन सीटें हो जाएंगी।” भाजपा सूत्रों का कहना है कि अजित पवार को नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया था कि 7 सीटें जीतने वाले एकनाथ शिंदे गुट को एक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का ही पद मिला है, इसलिए एक सीट वाले दल के लिए यह ऑफर सही है। अजित पवार ने भी स्पष्ट किया कि भले ही वह भाजपा और एकनाथ शिंदे सेना के साथ हैं, उनकी विचारधारा में कोई बदलाव नहीं आया है। “हमारी विचारधारा वही है जो महात्मा फुले, भीमराव आंबेडकर और शाहू जी महाराज ने दिखाई थी। एनडीए की ओर से संविधान बदले जाने के सवाल पर अजित पवार ने कहा कि विपक्ष ने गलत नैरेटिव फैलाया था, जिसमें वह सफल रहा। इस प्रकार, अजित पवार के ताजे बयान और शरद पवार की तारीफ से महाराष्ट्र की राजनीति में नई सियासी हलचल पैदा हो गई है। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में यह स्थिति क्या मोड़ लेती है।

You may have missed