सत्यनारायण सिन्हा हत्याकांड में रीतलाल यादव को बड़ी राहत, एमपी-एमएलए कोर्ट ने किया बरी

पटना। बीजेपी नेता सत्यनारायण मर्डर केस में आरजेडी विधायक रीतलाल यादव को बड़ी राहत मिली है। पटना सिविल कोर्ट के एमपी-एमएलए की विशेष अदालत ने रीतलाल को बरी कर दिया है। पटना हाईकोर्ट के आदेश पर इस चर्चित हत्याकांड की स्पीडी ट्रायल के तहत सुनवाई हुई। इस आपराधिक मामले में दानापुर के राजद विधायक रीतलाल यादव समेत अन्य आरोपी हैं। दानापुर की पूर्व विधायक आशा देवी के पति भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या राजद की रैली के दिन 30 अप्रैल 2003 को दानापुर थाने के जमालुउद्दीन चक के पास गोली मारकर की गई थी। लालू यादव करीबी रहे रीतलाल यादव का नाम सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता सत्यानारायण सिंह की हत्या में उछला था। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव तेल पिलावन-लाठी घुमावन रैली कर रहे थे तब इसी दिन खगौल के जमालुद्दीन चक के पास दिनदहाड़े भाजपा नेता सत्यनारायण सिंह को उनकी ही गाड़ी में गोलियों से भून डाला गया था। रीतलाल यादव की इमेज दानापुर में बाहुबली जैसी है। और उनकी सियासी करियर भी खूब परवान चढ़ा। लालू ने रीतलाल को आरजेडी का महासचिव घोषित बनाया था। रीतलाल ने 2010 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ा था और बीजेपी उम्मीदवार से हारकर दूसरे पायदान पर रहे थे। रीतलाल यादव जेल से दानापुर विधानसभा का चुनाव भी लड़े। बाद में वे एमएलएसी बने। साल 2012 में रीतलाल यादव पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी दर्ज किया गया था। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में दानापुर सीट से राजद के रीतलाल यादव ने भाजपा की आशा सिन्हा को 15924 वोटों के अंतर से हराया था। सत्यनारायण सिन्हा की आशा देवी ने दानापुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा और 2005 से 2010, 2015 में चार बार विधायक बनी। वहीं 2020 में राजद ने रीतलाल यादव को उम्मीदवार बनाया और आशा देवी को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा विधायक के पति सत्यनारायण सिन्हा की हत्या मामले में रीतलाल यादव की गिरफ्तारी भी हुई थी। यहाँ तक कि 2010 के विधानसभा चुनाव में रीतलाल यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर किस्मत आजमाया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। दो दशक से ज्यादा चली अदालती कार्यवाही के बाद अब रीतलाल यादव को एमपी एमएलए कोर्ट ने राहत दे दी है। वे सत्यनारायण सिन्हा हत्याकांड में बरी कर दिए गये हैं। करीब 3 दर्जन अपराधिक मामले में आरोपी रीतलाल के लिए यह बड़ी राहत की खबर है।
