December 27, 2024

देश में लोकसभा की तारीखों का ऐलान कल; चुनाव आयोग करेगी घोषणा, लगेगी आचार संहिता

  • चुनाव आयोग 3 बजे शेड्यूल जारी करेगा: दो नए चुनाव आयुक्तों ने संभाला पदभार, मीटिंग में हुआ निर्णय

नई दिल्ली। देश में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग शनिवार को तारीखों का ऐलान करेगा। इस संबंध में चुनाव आयोग की तरफ से आधिकारिक जानकारी दी गई हैं। यह दोपहर 3 बजे आयोजित की जाएगी। इसे ईसीआई के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइवस्ट्रीम किया जाएगा। इसके साथ ही पूरे देश में आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग की शुक्रवार को हुई बैठक के दौरान चुनाव को निष्पक्ष, शांति और बेहतर तरीके संपन्न करवाने के लिए कितनी फोर्स को संवेदनशील क्षेत्रों और राज्यों में तैनात करना है इस पर चर्चा की गई है। इसके अलावा कितने चरणों में चुनाव संपन्न करवाया जा सकता है और किन राज्यों में पहले और किन राज्यों में बाद में चुनाव हो सकता है जैसे तमाम पहलुओं पर चर्चा हुई है एक दिन पहले ही दो चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति गई है। ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू नए चुनाव आयुक्त ने शुक्रवार 15 मार्च को पदभार संभाला है। आयोग के तीनों अधिकारियों ने शुक्रवार को ही चुनाव कार्यक्रम को लेकर बैठक का आयोजन किया था। आयोग के तीनों अधिकारियों ने शुक्रवार को ही चुनाव कार्यक्रम को लेकर बैठक का आयोजन किया था। जिसने हर राज्य में चुनाव तैयारियों का अपना राष्ट्रीय सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। ईसीआई ने इस सप्ताह जम्मू-कश्मीर के दौरे के साथ अपना सर्वेक्षण समाप्त किया था। क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दलों ने 543 संसदीय क्षेत्रों के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही शुरू कर दी है। भाजपा ने अब तक लोकसभा चुनाव के लिए 267 उम्मीदवारों की दो सूचियां जारी की हैं, जबकि कांग्रेस ने दो सूचियों में 82 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है।
2024 लोकसभा चुनाव में 97 करोड़ वोटर्स, 2 करोड़ नए मतदाता जुड़े
2024 लोकसभा चुनाव में 97 करोड़ लोग वोटिंग कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने 8 फरवरी को सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के वोटर्स से जुड़ी स्पेशल समरी रिवीजन 2024 रिपोर्ट जारी की थी।आयोग ने बताया कि वोटिंग लिस्ट में 18 से 29 साल की उम्र वाले 2 करोड़ नए वोटर्स को जोड़ा गया है। 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या में 6% की बढ़ोतरी हुई है। चुनाव आयोग ने कहा- दुनिया में सबसे ज्यादा 96।88 करोड़ वोटर्स लोकसभा चुनावों में वोटिंग के लिए रजिस्टर्ड हैं। साथ ही जेंडर रेशो भी 2023 में 940 से बढ़कर 2024 में 948 हो गया है। चुनाव आयोग ने कहा- दुनिया में सबसे ज्यादा 96।88 करोड़ वोटर्स लोकसभा चुनावों में वोटिंग के लिए रजिस्टर्ड हैं। साथ ही जेंडर भी 2023 में 940 से बढ़कर 2024 में 948 हो गया है।
17 मार्च को देश में लगेगी आचार संहिता
वैसे जानकारों की माने तो 17 मार्च को ही देशभर में आचार संहिता लागू कर दी जाएगी और चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी हो जायेगी। देश में बिना किसी रुकावट के पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के रूप में कुछ नियम और मानक तय किए हैं, जिनका सभी राजनीतिक पार्टियों और उम्मीगदवारों को अनिवार्य तौर पर पालन करना होता है। इसके तहत चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और मतदाताओं के लिए सामान्य आचरण से लेकर सभा, जूलूस, मतदान, पोलिंग बूथ, ऑब्जर्वर और घोषणा पत्र को लेकर नियम कायदे तय किए हैं। देश में होने वाले किसी भी चुनाव में पक्षपात या किसी धांधली से बचने के लिए चुनाव आयोग ने आचार संहिता की व्यवस्था तैयार की है। आचार संहिता का पालन करना चुनाव में हर राजनीतिक दल और प्रत्याशी के लिए जरूरी होता है। ऐसा नहीं करने पर चुनाव आयोग एक्शन ले सकता है। आचार संहिता लागू होने के बाद किसी भी सरकारी योजना की घोषणा या फिर शिलान्यास नहीं किया जा सकता है। कोई भी नेता या उम्मीदवार प्रचार के लिए सरकारी गाड़ी या फिर सरकारी बंगले का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। आचार संहिता की शुरुआत 1960 में केरल विधानसभा चुनावों से हुई, इसमें तमाम दलों के साथ मिलकर नियम बनाए गए।
2014-2019 में ऐसा था शेड्यूल
पिछले दो लोकसभा चुनाव में चुनाव की तारीखों के ऐलान और वोटिंग के बीच करीब 40 से 50 दिन का अंतर था। 2019 लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच 7 चरणों में हुए थे। चौथे दिन 23 मई को रिजल्ट आया था। इसी तरह 2014 में लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा भी 5 मार्च को की गई थी। 7 अप्रैल से 12 मई तक 9 चरणों में चुनाव कराए गए थे। इस बार भी रिजल्ट चौथे दिन 16 मई को आए थे।
पिछली बार 7 चरणों में हुए थे चुनाव
2019 में लोकसभा चुनाव सात चरणों में करवाए गए थे। पिछली बार 10 मार्च को चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान किया था। पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल और आखिरी चरण के लिए 19 मई को वोटिंग हुई थी। नतीजे 23 मई को आए थे। उस चुनाव के वक्त देश में 91 करोड़ से ज्यादा वोटर्स थे, जिनमें से 67 फीसदी ने वोट डाला था। वही 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 2014 से भी बड़ी जीत हासिल की थी। 2014 में बीजेपी ने 282 सीट जीती थी, जबकि 2019 में 303 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, एनडीए ने 353 सीटें हासिल की थी। बीजेपी को 37.7% से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि एनडीए ने 45% वोट हासिल किए थे। कांग्रेस 52 सीटों पर ही जीत सकी थी।
विपक्षी गठबंधन इंडिया से होगा एनडीए का मुकाबला
एक ओर जहां 2014 लोकसभा चुनाव से विजयरथ पर सवाल भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले गठबंधन एनडीए की निगाहें लगातार तीसरी जीत पर हैं। वहीं, भाजपा के खिलाफ कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया गठबंधन तैयार किया है। खास बात है कि इस बार भाजपा ने 370 सीटों और एनडीए के लिए 400 से ज्यादा सीटों का लक्ष्य रखा है। भाजपा ने बुधवार को ही दूसरी सूची जारी की है, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत 72 नाम शामिल हैं। इसके साथ ही भाजपा अब तक 267 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर चुकी है। पहली सूची में भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (वाराणसी), केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (गांधीनगर) समेत 195 नामों का ऐलान किया था। वहीं, कांग्रेस ने अब तक दो लिस्ट जारी कर 82 नाम जनता के सामने रख दिए हैं। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर केरल की वायनाड सीट से मैदान में उतरने जा रहे हैं। वहीं, मौजूदा चीफ मल्लिकार्जुन खरगे के चुनाव लड़ने पर अभी स्थिति साफ नहीं हो सकी है।

 

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