आनंद मोहन मामले में सुप्रीम कोर्ट में आखिरी सुनवाई आज, अगली तारीख पर फैसला देगा अदालत
नई दिल्ली/पटना। पूर्व सांसद और बहुबली नेता आनंद मोहन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में आखिरी सुनवाई होने वाली है। आज सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अपना आखिरी फैसला सुनाएगी। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इतने महत्वपूर्ण मामले को और आगे टाला नहीं जा सकता। लिहाजा अगली तारीख पर यानी आज फैसला सुना दिया जायेगा। वहीं पिछली सुनवाई में बाहुबली आनंद मोहन को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा था। दरअसल, डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड मामले में आजीवन कारावास की सजा के बाद बिहार की नीतीश सरकार के कानून में एक संशोधन से आनंद मोहन पिछले वर्ष जेल से बाहर आ गए। उनकी रिहाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। इसी मामले में पिछली सुनवाई में शीर्ष अदालत ने आनंद मोहन को तुरंत अपना पासपोर्ट सरेंडर करने को कहा था। साथ ही रिहाई के खिलाफ लगाई गई याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा था। कोर्ट ने जवाब देने के लिए केंद्र को सात दिन का समय दिया था। आजीवन कारावास की सजा काट रहे आनंद मोहन को पिछले साल अप्रैल महीने में जेल से रिहा किया गया था। पिछले वर्ष अप्रैल 2023 में नीतीश सरकार ने एक कानून में संशोधन किया था। इसके बाद ही पूर्व सांसद बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई हुई थी। हालांकि एक लोक सेवक की हत्या के दोषी करार दिए गए आनंद मोहन की रिहाई को डीएम जी कृष्णैया के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। उमा कृष्णैया ने अपनी अर्जी में आरोप लगाया है कि बिहार सरकार ने 10 अप्रैल 2023 के संशोधन के जरिए पूर्वव्यापी प्रभाव से बिहार जेल नियमावली 2012 में संशोधन किया है। ये पूर्वव्यापी उचित और विधि सम्मत नहीं है। आनंद मोहन की रिहाई के बाद से आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया का परिवार लगातार नीतीश सरकार के फैसले का विरोध किया है। गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी कृष्णैया की 1994 में मुजफ्फरपुर के खोबरा में हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन पर लगा था। मामला कोर्ट पहुंचा जहां अदालत ने आनंद मोहन को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। हालांकि बाद में उनकी सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया। 14 वर्ष की सजा पूरी होने के बाद आनंद मोहन को कानून में हुए बदलाव के बाद अप्रैल 2023 में जेल से रिहा कर दिया।