लालू परिवार पर ईडी की दबिश पर डिप्टी सीएम का तंज़, सम्राट बोले- जब घोटाला किया है तो जांच जरूर होगी
पटना। लैंड फॉर जॉब्स मामले में मंगलवार को ईडी बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछताछ करेगी। तेजस्वी मंगलवार को पटना के बैंक रोड स्थित ईडी दफ्तर के लिए पहुंचे। 11 बजकर 10 मिनट पर तेजस्वी राबड़ी आवास से निकले थे। पिता लालू प्रसाद की तरह ही इनसे भी ईडी की दिल्ली और पटना टीम पूछताछ करेगी। वहीं, ईडी की एक्शन पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जोरदार हमला बोला है। सम्राट ने कहा है कि जब घोटाला किये हैं तो जांच तो होगी। सम्राट ने कहा कि 1997 में किसकी सरकार थी। लालू प्रसाद यादव जब मुख्यमंत्री रहे तो चारा खा गए। जब रेल मंत्री हुए तो बच्चों की नौकरी खा गए। तो जाहिर सी बात है इसकी जांच तो होगी ही ना। सम्राट चौधरी ने कहा कि आप पटना का महुआबाग चल जाइए तो आपको मालूम चल जाएगा की जमीन कहां लिखवाई। पटना के लाखों बच्चे हैं जिसका जमीन लालू प्रसाद यादव ने लिखवाया है। इसलिए साफ है कि जो जमीन लिखवाएगा तो ईडी तो पूछताछ करेगी ही। जमीन के बदले नौकरी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद से लगभग दस घंटे तक पूछताछ की। ईडी सूत्रों ने बताया कि जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में लालू प्रसाद से पूछताछ के लिए ईडी की टीम ने करीब 70 सवालों को सूचीबद्ध किया था। जिसे बारी-बारी से लालू प्रसाद के सामने रखा गया। कुछ सवालों के जवाब लालू प्रसाद ने सहजता से दिए, जबकि कुछ जवाब यह कहकर टाल दिए कि उन्हें याद नहीं। पूछताछ का समय जैसे जैसे बढ़ रहा था ईडी कार्यालय के बाहर राजद समर्थकों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। मंगलवार को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को ईडी ने समन देकर बुलाया है। उम्मीद है कि तेजस्वी पूछताछ के लिए करीब 11: 15 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे। वहीं, नौकरी के बदले जमीन घोटाले पर, प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पुलिस हिरासत में एक अन्य आरोपी हृदयानंद चौधरी, जो पूर्व सीएम राबड़ी देवी की गौशाला का पूर्व कर्मचारी है। उसने एक कैंडिडेट से संपत्ति अर्जित की थी, जिसे बाद में लालू की बेटी हेमा यादव को ट्रांसफर कर दिया गया।