February 6, 2025

महागठबंधन में टूट का कोई सवाल नहीं, इस बार बीजेपी की हार तय है : तेजस्वी यादव

  • नीतीश से मुलाकात के बाद बोले डिप्टी सीएम, कहा- सरकार सबके हित में काम कर रही, सीट शेयरिंग पर भी दिया जवाब

पटना। पटना में शुक्रवार को राजद प्रमुख लालू यादव अचानक सीएम हाउस पहुंचे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी थे। दोनों नेता सीएम नीतीश कुमार से मिले। करीब 45 मिनट तक तीनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। मुलाकात के बाद दोनों नेता मुस्कराते हुए निकले। तेजस्वी ने कहा कि सरकार में ऑल इज वेल। गठबंधन में टूट का सवाल ही नहीं है। बीजेपी ये अफवाह फैला रही है। काम को लेकर मुलाकात होती रहती है। बिहार में बीजेपी का हारना तय है। इसमें कोई संदेह नहीं है। इन सबके बीच हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी के सोशल मीडिया पोस्ट ने राजनीति गरमा दी है। मांझी ने अपनी पार्टी के विधायकों को पटना में रहने के निर्देश दिए हैं। गठबंधन में दरार की बात को सीधे नकारते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार में हैं तो काम को लेकर मुलाकात होती रहती है। हमारी सरकार लगातार जनता के लिए काम कर रही है। जब से महागठबंधन बना है तब से बीजेपी बेचैन है। गठबंधन पूरी तरह से एकजूट है। लोकसभा चुनाव में भाजपा को हारना तय है। सियासी उलटफेर को लेकर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। ऐसी कोई बात नहीं है। हमारी सरकार मजबूती से चल रही है। बीजेपी बार-बार अफवाह फैला रही है। इस दौरान नीतीश की नाराजगी और सीट बंटवारे को लेकर चर्चा की गई है। ऐसे में अब इस मुलाकात को लेकर तेजस्वी यादव ने सबकुछ क्लियर कर दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं और मैं बिहार का उपमुख्यमंत्री हूं तो हमारे बीच मुलाकात तो होते रहती है इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। सरकार के कामकाज को लेकर हम लोगों के बीच तो मुलाकात होती रहती है। इसके कोई अलग मायने निकलना कहीं से भी उचित नहीं है। हम लोग सब लोग मजबूती के साथ आपस में मिलकर काम कर रहे हैं। एक-एक करके जितने वादे किए हैं सारे पूरे कर रहे हैं। वहीं, बिहार की सियासत में बदलाव के संकेत यानी नीतीश के भाजपा में जाने से जुड़े सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि आप लोगों को जो ठीक लगे वह आप लोग कीजिए।
जब से लालू जी और नीतीश जी एक हुए हैं, तबसे भाजपा की पीड़ा बढ़ी हुई है
उपमुख्यमंत्री ने कहा की अफसोस होता है आप लोगों पर कि आप लोग जो सवाल कर रहे हैं इसकी कोई जमीन हकीकत नहीं है। इसलिए इस मसले पर बार-बार हमें सफाई देने की कोई जरूरत ही नहीं है। आप एक बात समझ लीजिए भाजपा का इस बार बिहार में हार तय है। बिहार में जबसे महागठबंधन की सरकार बनी है, जब से लालू जी और नीतीश जी एक हुए हैं। तबसे भाजपा की पीड़ा बढ़ी हुई है। बीजेपी का काम ही इस तरह का अफवाह उड़ाना है और इस तरह का झूठी बात करना है। अब यहां आप लोग साथ ही बना रहे हैं तो अफसोस होता है। हम आपसे पूछना चाहते हैं कि और आपके चैनल से पूछना चाहते हैं बीजेपी कितना सीट पर बीजेपी बिहार में चुनाव लड़ रही है? क्या एनडीए में सीट शेयरिंग तय हो गया है ? आपकी चिंता यहां क्यों होती है. वहां क्यों नहीं होती है।? उधर, जदयू के तरफ से 17 सीटों की डिमांड पर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह हम लोगों का मसला है। जदयू और आरजेडी भी लड़ रही है। जदयू के साथ हम हैं और जदयू हमारे साथ है। हमलोग मजबूती के साथ ललड़ेंगे और नीतीश जी के नेतृत्व में हम लोग काम कर रहे हैं। भाजपा के द्वारा नीतीश कुमार को ऑफर देने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा उनका तो दरवाजा बंद था, लगता है आप लोगों को बात कर ही दरवाजा खोल होंगे वो लोग। वैसे भी यह आप लोगों का काम है आप लोग कुछ भी चलाते रहिए।
तेजस्वी यादव ने बदलाव की बात को बताया अफवाह
हमलोग सरकार में हैं। वे बिहार के मुख्यमंत्री हैं, हम उप मुख्यमंत्री हैं। हमलोगों का तो लगातार मिलना रहता है। सरकार के काम को लेकर मिलते रहते हैं। तो फिर किस बात की तकलीफ है। हमलोग मजबूती के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। आपलोगों को जो ठीक लगे, वह कीजिए। आपलोग जो सवाल कर रहे हैं, इसकी कोई जमीनी हकीकत नहीं है। महागठबंधन में सब कुछ ठीक है। बदलाव की बात पर तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि यह सब अफवाह है। उल्टे मीडिया से ही सवाल करते हुए कहा कि आप लोग जिस तरीके का सवाल करते हैं, इसका कोई आधार नहीं है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आप लोगों को जो ठीक लगे, वह चलाइये, लेकिन इस बात की कोई जमीनी हकीकत नहीं है।
बिहार की राजनीति में सियासी हलचल तेज
शुक्रवार को भाजपा की आपात बैठक और लालू यादव और तेजस्वी यादव की मुलाकात से सियासी हलचल तेज हो गई है। इसकी चर्चा तेज हो गई कि क्या फिर से नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो सकते हैं। खासकर अमित शाह के बयान को लेकर ज्यादा संभावना जतायी जा रही है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि वे नीतीश कुमार की वापसी पर विचार कर सकते हैं।

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