महाराष्ट्र से पटना पहुंचा मौत का सामान,रेड मारकर पकड़ लिया गया वरना होता बड़ा कांड
पटना में मद्य निषेध विभाग ने छापेमारी कर 35 लाख का स्पिरिट किया बरामद, गोदाम मैनेजर गिरफ्तार
पटना, अजीत। बिहार में शराबबंदी के बाद कई जिलों में जहरीली देशी विदेशी शराब के सेवन से अब तक न जाने कितने लोगों की जाने जा चुकी हैं , इसके बावजूद जहरीला शराब बनाने और बेचने वाले धंधेबाज लोगों की जान से खिलवाड़ करना नहीं छोड़ रहे। कुछ ऐसा ही जहरीला देशी विदेशी शराब बनाने का समान यानी जहरीला स्पिरिट पटना के जकरियापूर इलाके में मध् निषेध विभाग की छापेमारी में बरामद हुआ है। मध निषेध विभाग के अधिकारी का कहना है कि ऐसे ही स्प्रिट से देशी विदेशी जहरीला शराब बनाया जाता है जिससे लोगों की जान चली जाती है। पुलिस टीम को आशंका का है की इस स्प्रिट की खेप को पटना और आसपास के इलाके में देशी विदेशी जहरीला शराब बनाने के इरादे से ही मंगवाया गया था। जकरियापुर के जिस गोदाम से मौत का का सामान स्प्रिट बरामद हुआ है ,वहां के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है। विशेष टीम उससे पूछताछ कर रही है। मद्य निषेध विभाग के इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह ने बताया की राम कृष्ण नगर थाना अंतर्गत कृष्णा निकेतन स्कूल के पास दिव्या ट्रांसपोर्ट में 104 गैलेन में कुल 4000 हज़ार लीटर स्पिरिट शराब निर्माण करने हेतु तस्करी कर लाने जाने के क्रम में मद्य निषेध इकाई, बिहार पुलिस मुख्यालय टीम द्वारा पकड़ी गई है। इस क्रम में ट्रांसपोर्ट मैनेजर उमा शंकर जहानाबाद को भी गिरफ़्तार कर स्थानीय थाना को आवश्यक विधिक कारवाई हेतु दे दिया गया है। बरामद स्पिरिट फ्लोर क्लीनर के नाम पर बुक कर लाने की बात प्रकाश में आई है।यह स्पिरिट महाराष्ट्र से बुक की गई थी, जप्त स्पिरिट से लगभग 40 हज़ार लीटर नक़ली देशी/विदेशी शराब का निर्माण किया जा सकता है। पूर्व में बिहार के कई ज़िलों में ट्रांसपोर्ट के माध्यम से भेजे गये स्पिरिट से बने अवैध देशी शराब के सेवन से कई लोगों की मौत होने की घटना भी हो चुकी है। जप्त स्पिरिट का बाज़ार मूल्य लगभग 30-35 लाख रुपया बताया जा रहा है। रामकृष्ण नगर थाना पुलिस ने बताया है कि मध्य निषेध विभाग की टीम के द्वारा जहरीला स्प्रिट बरामद किया गया है इस मामले में पुलिस उमाशंकर नाम के एक शख्स को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है। पुलिस टीम उससे पूछताछ कर रही है कि इस स्पिरिट की खेप को बिहार के किन-किन जिलों में सप्लाई करना था।