मोदी से देश को मुक्त कराना हमारा मिशन : डॉ. अखिलेश
पटना। केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा विपक्ष के 145 सांसदों के अप्रत्याशित निलम्बन के खिलाफ इंडिया गठबंधन द्वारा विशाल विरोध मार्च निकाला गया। विरोध मार्च राजधानी पटना के अलावा प्रदेश के सभी जिलों में कांग्रेस, जदयू, राजद एवं बामपंथ के संयुक्त नेतृत्व में निकाला गया। वही इस राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य मोदी सरकार द्वारा विपक्ष को कुचलने की नापाक कोशिश के खिलाफ एकीकृत विपक्ष द्वारा सरकार पर हल्ला बोलना था। राजधानी पटना में निकाला गया यह विरोध जुलुश इनकम टैक्स गोलम्बर से चलकर समाहरणालय के पास रैली में तब्दील हो गयी। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से सैंकड़ों की तादाद में कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में भाग लिया एवं मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वही इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सिंह मोदी पर जमकर बरसे। उन्होंने आगे कहा कि प्रजातंत्र तो तभी खतरे में आ गया था जब नरेन्द्र मोदी जैसे तानाशाही प्रवृत्ति वाले व्यक्ति के हाथ में 2014 में देश की सत्ता चली गयी। लेकिन, अब प्रजातंत्र की हत्या हो रही है। सरकार विपक्ष को देखना नहीं चाहती। जिस तरह 145 सांसदों को संसद से निष्कासित किया गया उससे साफ हो गया है कि मोदी सरकार प्रजातांत्रिक मूल्यों व संस्थाओं को निर्मूल नष्ट करने पर आमदा हैं। सांसदों का केवल इतना कसूर था कि वो संसद सुरक्षा में हुई चूक पर पीएम का बयान मांग रहे थे। संसदीय शासन प्रणाली में ऐसा होता रहा है। लेकिन मोदी को बर्दास्त नहीं कि जनता की आवाज का आदर करें। यही कारण है कि विपक्ष इंडिया गठबंधन के तहत एकजूट हुई है और पूरी ताकत से इस तानाशाही और दमनकारी शक्ति को परास्त करने के लिए कृतसंकल्प है। हमारा मिशन है 2024 में मोदी से देश को आजाद करना। वही इस विरोध मार्च में जो कांग्रेस नेता शामिल हुए उनमें प्रमुख हैं- पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा, पूर्व मंत्री डॉ.अशोक कुमार, वीणा शाही, विधान पार्षद डॉ. समीर कुमार सिंह, विधायक विजय शंकर दुबे, विजेन्द्र चौधरी, प्रतिमा कुमारी दास, डॉ. अजय कुमार सिंह, संतोष मिश्रा, ब्रजेश प्रसाद मुनन, बंटी चौधरी, ब्रजेश पाण्डेय, लाल बाबू लाल, आनन्द माधव, मनोज कुमार सिंह सहित सैकड़ों नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए।