महुआ मोइत्रा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, कैश फॉर क्वेरी केस में हुआ था निष्कासन
नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी केस में टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा की 8 दिसंबर को सांसदी चली गई थी। महुआ ने निष्कासन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। 15 दिसंबर को इस मामले की सुनवाई जस्टिस संजीव खन्ना और एसवी भट्टी की बेंच करेगी। महुआ की ओर से वकील अभिषेक मनु सिंघवी कोर्ट में पेश होंगे। अभिषेक मनु सिंघवी ने जस्टिस कौल से केस पर जल्द सुनवाई की मांग की थी। इस पर जस्टिस कौल ने कहा था- इस याचिका पर सीजेआई चंद्रचूड़ फैसला लेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीजेआई चंद्रचूड़ ने 13 दिसंबर (बुधवार) को मामले को जल्द लिस्ट करने पर विचार करने की बात कही थी। इसके बाद मामले की सुनवाई के लिए आज (शुक्रवार) का दिन तय हुआ। लोकसभा से निष्कासित टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा को जल्द ही सरकारी बंगला खाली करना पड़ सकता है। संसद की हाउसिंग कमेटी ने केंद्रीय आवास मंत्रालय को मंगलवार को पत्र लिखा था, जिसमें पूर्व सांसद महुआ को सरकारी बंगला खाली कराने का आदेश देने की मांग की गई थी। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि उन्होंने लोकसभा में पैसे लेकर सवाल पूछे हैं। निशिकांत ने इसकी शिकायत लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से की थी। मामले की जांच के लिए एथिक्स कमेटी बनाई गई थी। एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में महुआ को दोषी माना गया था, जिसके बाद महुआ के निष्कासन का प्रस्ताव 8 दिसंबर 2023 को लोकसभा में पेश हुआ था। महुआ के निष्कासन पर लोकसभा में पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई थी। आखिर में प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, जिसमें विपक्ष वॉकआउट किया था। वोटिंग में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने प्रस्ताव पास हो गया।