PATNA : स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद व प्रखर समाजसेवी स्व. दशरथ शुक्ल जी की मनाई गई 23वीं पुण्यतिथि, समाज के गणमान्य लोग ने दी श्रद्धांजली
पटना। दशरथ समाजिक-शैक्षणिक स्मृति समिति के तत्वाधान में स्वतंत्रता सेनानी, प्रखर समाजसेवी व शिक्षाविद स्व. दशरथ शुक्ल की 23वीं पुण्यतिथि समिति कार्यालय, जीवनकाल में उनसे जुड़े शिक्षा प्रेमी, शिक्षक, प्रोफेसर, स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद, सीताराम पथ पश्चिमी पटेलनगर में मनायी गई है। वही इस अवसर पर स्व. शुक्ल के समाजसेवी, राजनीतिज्ञ, अधिवक्ता एवं समाज के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित होकर तैल चित्र पर पुष्प एवं पुष्पमाला अर्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया तथा दो मिनट मौन रखकर उनके प्रति श्रद्धांजली अर्पित की। वही इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने स्व. शुकल के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर जीवन के अंतिम क्षण तक के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए शैक्षणिक विकास हेतु उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना किया तथा कहा कि उनके आदर्शों, कार्यशैली एवं स्पष्टवादी विचार को अपने जीवन में अनुशरण कर ही उनके प्रति सही श्रद्धांजली दी जा सकती है। वही इस अवसर पर पूर्व विधान पार्षद लाल बाबूलाल ने कहा कि स्व. शुक्ल अपने जीवनकाल में सामाजिक सुधार एवं शिक्षा के विकास के लिए अनेको कार्य किए, खासकर सारण प्रमण्डल में इन्होंने शिक्षा के विकास के लिए दर्जनों विद्यालयों/महाविद्यालयों की स्थापना करायी। आजादी की लड़ाई में एक समर्पित स्वतंत्रता सेनानी के रूप में सक्रिय भूमिका निभाये किन्तु सरकार द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों को दी जाने वाली सुविधाओं से अपने आपको स्वेच्छा से वंचित रखा, जो उनके आदर्श एवं सादगीपूर्ण जीवन का जीवन्त उदाहरण है। आज समाज को ऐसे जीवंत महापुरूषों के चरित्रों को अपने जीवन में समाहित करने की जरूरत है, जिसका घोर अभाव देखने को मिलता है। पूर्व विधायक दिलीप राय ने कहा कि लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाने के साथ-साथ आजादी के बाद भी स्व. शुक्ल काँग्रेस राजनीति में सक्रिय रहे परन्त अपने आपको वहाँ सामंजस्य न कर सके तथा जे.पी. के सम्पर्क में आ गए व 1974 के इस अवसर पर स्व. शुक्ल की पुत्रवधु पुनम शुक्ला, पटना उच्च नमन गर्ग ने भी चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
वही उनके पुण्यतिथि के अवसर न्यायालय के अधिवक्ता पुत्र डॉ. कमलदेव नारायण शुक्ल, पौत्री कृतिका गर्ग एवं पौत्र पर अपना विचार व्यक्त करने वालों में प्रमुख है- जगत नारायण शर्मा, संचालक बिहार सांस्कृतिक विद्यापीठ, पूर्व विधायक शत्रुधन तिवारी उर्फ चोकर बाबा पाटलीपुत्र कॉपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद सिंह, बिहार काँगेस कमिटि के पूर्व पदाधिकारियों में सर्व शशिकांत तिवारी, डॉ. विनोद शर्मा, अरुण पाठक, समुन कुमार मल्लिक, शेखर कुमार, सत्येन्द्र कुमार सिंह, सिद्धार्थ क्षत्रिय, बंकटेश रमण, संतोष श्रीवास्तव, वशी अख्तर, अरशद अब्बास, फिरोज अहमद, युवा कांग्रेस के पंकज यादव, अजय यादव, भाजपा नेता संजय मिश्रा, राजाराम पाण्डेय, जदयू नेता शंभुनाथ सिन्हा, साइन्स कॉलेज भौतिक विभाग के अवकाश प्राप्त प्रो. डॉ. जनार्दन सिंह, पूर्व प्राचार्य नीलम सिंह, पूर्व प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी शंभूनाथ सिंह, पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता शशि भूषण कुमार मंगलम, डॉ. शिव कुमार, विपिन बिहारी सिंह, रास बिहारी ठाकुर, द्विवेदी सुरेन्द्र, मंजय कुमार, ऑथोपेडिक्स डॉ. ओ.पी. कुँवर, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. नीरज, दंत चिकित्सक डॉ. अजय कुमार, भारत सेवक समाज के कार्यकारी अध्यक्ष विजय कुमार सिंह, समाजसेवी विशेश्वर प्रसाद सिंह, अशोक कुमार सिंह, राजीव कुमार, रणवीर पराशर, संजय कुमार, प्रमोद कुमार, जैन अनुयायी प्रवीण कुमार जैन, अभिषेक जैन, पामिस्ट एवं ज्योतिषाचार्य डॉ. एस. के तिवारी, अनिल कुमार राय वगैरह। अंत में धन्यवाद ज्ञापन स्मृति समिति के सचिव डॉ. रविन्द्र पाण्डेय ने किया। वही इस कार्यक्रम के पश्चात् बेली रोड स्थित महावीर मंदिर के पास भिक्षुओं के बीच वस्त्र वितरित किया गया।