February 5, 2025

केके पाठक ने सीपीआई एमएलसी का पेंशन को रोका, संजय सिंह बोले- हम अब सीएम आवास के बाहर धरना देंगे

पटना। बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एमएलसी संजय सिंह की पेंशन पर रोक लगा दी है। इसके बाद एमएलसी ने सीएम नीतीश कुमार के आवास के बाहर धरना देने का ऐलान किया है। इतना ही नहीं एसीएस पाठक ने यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ फुटाब के कार्यकारी अध्यक्ष बहादुर सिन्हा के पेंशन और वेतन पर भी रोक लगाई गई है। संजय सिंह इसी शिक्षक संघ के महासचिव हैं और वामदल सीपीआई से भी जुड़े हुए हैं। वह यूनिवर्सिटी से रिटायर्ड हैं। एमएलसी संजय कुमार सिंह ने कहा है कि डिक्टेटर की तरह काम किया जा रहा है। किसी की पेंशन को रोकने का अधिकार उन्हें नहीं है। वे सुप्रीम कोर्ट की भी अवहेलना कर रहे हैं। सीपीआई एमएलसी संजय सिंह फुटाब के प्रदेश महासचिव भी हैं। संजय सिंह ने कहा है कि वे इसके खिलाफ बिहार विधान परिषद् में प्रीवलेज मोशन लाएंगे। इसके लिए विधान परिषद सभापति से आग्रह करेंगे। एमएलसी ने कहा कि मुझे अभी पेंशन रोकने से जुड़ा पत्र नहीं मिला है, लेकिन खबर के जरिए जानकारी मिली है कि पेंशन रोकी गई है। पता चला है कि हर दिन यूनिवर्सिटी- कॉलेज टीचर को पांच क्लास लेनी है। छात्र-छात्रा तीन दिन अनुपस्थित रहेंगे तो उनका नाम काटना है। इसी बात को लेकर मैंने और फुटाब के अध्यक्ष कन्हैया बहादुर सिन्हा ने बयान दिया था जो अखबारों में आया। अब हम दोनों का वेतन रोकने की बात कही गई है। यह भी नहीं पता है कि मुझे पेंशन मिलती है और मैं एमएलसी भी हूं। संजय सिंह ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह कि यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के शैक्षणिक माहौल को व्यवस्थित रखने के लिए कितना क्लास सप्ताह में लेक्चरर, रीडर और प्रोफेसर को लेना है। उसके तहत सरकार ने कुलाधिपति के एक्ट में प्रावधानित भी किया है। शिक्षा विभाग ने बिना कुछ जाने-समझे जो पत्र जारी किया था। उसके विरूद्ध मैंने बयान दिया था। सुनते हैं कि अखबार में आए बयान के आधार पर कार्रवाई की गई है। सीपीआई एमएलसी का कहना है कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज का इंफ्रास्ट्रक्चर और समय-समय पर विभाग ने छात्रों के एडमिशन की संख्या जितना बढ़ी दी गई है। उसकी आधारभूत संचरना पूर्ण है कि नहीं, शिक्षक हैं कि नहीं, उसी के विरूद्ध मैंने बयान दिया था। हमारी संस्था रजिस्टर्ड संस्था है। फुटाब के अधिकारी को चुनौती दी जा रही है। लगता है मानसिक संतुलन खो दिया है केके पाठक ने। आज मेरे बेटे का रिसेप्शन है, उसके बाद प्रीवलेज मोशन बिहार विधान परिषद में लाएंगे। सभापति को देंगे। पूरे बिहार का शिक्षक केके पाठक के खिलाफ खड़ा होगा। 28 नवंबर, 2023 को उच्च शिक्षा विभाग की निदेशक की ओर से कुलसचिव को जारी पत्र में कहा गया था कि फुटाब के कार्यकारी अध्यक्ष कन्हैया बहादुर सिन्हा और महासचिव संजय कुमार सिंह (सदस्य विधान परिषद) द्वारा महत्वपूर्ण निर्देशों का विरोध किया गया है। उपरोक्त पदाधिकारियों द्वारा विश्वविद्यालयों को दिए गए निर्देश कि प्रत्येक शिक्षक प्रतिदिन कम-से-कम 05 वर्गों का संचालन करेंगे का विरोध किया गया। साथ ही लगातार तीन दिन अनुपस्थित रहने वाले छात्रों का नाम स्पष्टीकरण पूछकर काटने की प्रक्रिया का विरोध किया गया है। यह एक गैर पेशेवर व्यवहार है। यह उच्च शिक्षा क्षेत्र में सुधार के प्रयास का स्पष्ट विरोध है। ऐसे में दोनों पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछते हुए कठोर दंडात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी की जाए। तब तक दोनों पदाधिकारियों का वेतन / पेंशन यदि वे ले रहे हों तो अगले आदेश तक रोकने का निर्देश जाता है।

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