देश में घूम घूम कर विपक्ष को एकजुट करने वाले नीतीश का हाल आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू जैसा होगा : प्रशांत किशोर
पटना। चुनावी रणनीतिकार से नेता बनने की कवायद में लगे प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को लेकर राजनीतिक भविष्यवाणी की है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि नीतीश कुमार का वैसा ही हाल होगा जो हाल आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू का हुआ। पीके ने कहा कि नीतीश कुमार जिस भूमिका में आने का प्रयास कर रहे हैं। ठीक उस तरह की भूमिका में पांच साल पहले चंद्रबाबू नायडू थे। वह आंध्र प्रदेश में बहुमत की सरकार चला रहे थे। नीतीश कुमार तो 42 विधायकों के साथ राज्य की तीसरी पार्टी हैं और लंगड़ी सरकार चला रहे हैं। चुनाव के बाद चंद्रबाबू नायडू की राजनीति का क्या हुआ सब जानते हैं। चंद्रबाबू नायडू देश में अलग-अलग राज्यों का दौरा करके विपक्ष को एकजुट कर रहे थे। उधर आंध्र प्रदेश में उनकी जमीन खिसक गई। चुनाव के नतीजे आने के बाद उनके बस तीन सांसद रह गए जबकि 23 विधायक ही उनकी पार्टी से जीते। बहुमत की सरकार चलाने वाले चंद्रबाबू नायडू सत्ता से बाहर हो गए। पीके ने कहा कि लिखकर रख लीजिए नीतीश कुमार का वही हाल होगा जो चंद्रबाबू नायडू का हुआ था।
पीके बोले, नीतीश का खुद का कोई ठिकाना नहीं और वह चले हैं विपक्ष को एकजूट करने
पीके ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए। यहां उनका खुद का कोई ठिकाना नहीं और वह चले हैं विपक्ष को एकजूट करने। इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने आरजेडी पर भी तंज किया और कहा कि जिस पार्टी के एक सांसद नहीं हैं वह पार्टी देश का पीएम कौन होगा यह तय करने की कोशिश कर रहा है। प्रशांत किशोर ने ममता बनर्जी और नीतीश कुमार की मुलाकात पर कहा कि नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल गए थे, वह बताएं कि क्या ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ काम करने के लिए तैयार है। बिहार में लालू और नीतीश ममता को एक भी सीट देंगे। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को वह नीतीश कुमार से ज्यादा अच्छे से जानते हैं। बंगाल में नीतीश कुमार का कोई महत्व नहीं है।