एम्स की पहल पर एसएसबी के 50 जवानों ने किया रक्तदान
फुलवारी शरीफ। एम्स पटना की ओर से एसएसबी सस्श्त्र बल की बेली रोड मुख्यालय में सोमवार को रक्तदान शिविर लगाया गया। इसमें सशत्र सेना बाल पटना के 50 जवानो ने रक्त दान कर लोगो को रक्तदान के प्रति जागरूक किया। एसएसबी के डीआईजी सुधीर वर्मा ने कहा कि रक्तदान से बडा दुनिया में काई दान नहीं है। सोमवार को पटना एम्स की पहल पर आयोजित रक्तदान शिविर का उदघाटन करते हुये डीआइजी ने कहा कि एसएसीबी केवल सीमा की सुरक्षा नहीं करता है बल्कि सामाजिक सरोकार के कार्य में बढ चढ कर भाग लेता है। कहा कि कई ऐसी गंभीर बिमारियों से लोग ग्रसित हो रहे हैं जिनमें ताजा प्लेटलेट्स की जरूरत होती है। रक्तदान के लिए शिविर लगाकर कार्यक्रम करने से केवल हमारा उद्धेश्य सफल नहीं होगा बल्कि स्कूल कॉलेज और गाँव-गाँव में लोगो के बीच ऐसे कार्यक्रम करने होंगे, जिससे लोग खुद आकार रक्तदान करने लगे।
एम्स ब्लड बैंक की हेड डाॅ नेहा सिंह ने कहा कि विज्ञान की तमाम उन्नति के बावजूद अभी तक रक्त का कोई विकल्प तैयार नहीं किया जा सका है और इसकी पूर्ति केवल मानव शरीर से ही संभव है। रक्तदान के लिए आम धारणा जो लोगों में है उसे बदलने की जरूरत है और ईसके लिए हर क्षेत्र से लगातार जागरूकता कार्यक्रम करके लोगों को जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि रक्तदान एक महादान है तथा मानव को अपने जीवन में रक्तदान कर पुण्य कमाना चाहिए। इससे बहुमूल्य जिंदगियों को बचाया जा सकता है। रक्तदान से शरीर पर किसी प्रकार का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता। रक्त पूर्ति केवल मानव शरीर से ही संभव है इसलिए प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को कम से कम वर्ष में एक बार अवश्य रक्तदान करना चाहिए। दान किया रक्त 72 घंटे की अवधि में बिना किसी अतिरिक्त खुराक के स्वयं पूरा हो जाता है और दान की गयी रक्त की चंद बूंदे किसी जरूरतमंद मरीज और घायल व्यक्ति को जीवन दान दे सकती है। डॉ नेहा ने रक्तदाता जवानो से लोगों को प्रेरणा लेने की बात की और उनके जज्बे को सैल्यूट किया। इस कार्यक्रम में एसएसबी के डीआईजी सुधीर वर्मा , कमांडेंट मनीष कुमार , पटना एम्स ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ नेहा सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।