ज्यादा वजन और जोड़ों पर जोर देकर काम करने से होती गठिया की संभावना प्रबल : डॉ. राजीव

पटना। वर्ल्ड अर्थराइटिस के मौके पर रोटरी पटना ग्रेटर और साईं फिजियोथेरेपी के तत्वावधान में बोरिंग कैनाल रोड में एक चिकित्सा कैंप का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों को अर्थराइटिस के बारे जानकारी दी गई। मौके पर साईं फिजियोथेरेपी के डायरेक्टर डॉ. राजीव सिंह ने कहा कि ज्यादा वजन और जोड़ों पर जोर देकर काम करने वालों में गठिया की संभावना अधिक होती है। यह बीमारी महिला और पुरूष दोनों में होती है। उन्होंने कहा कि ऑस्टीयो अर्थराइटिस गठिया की बीमारी आम है। इसके अलावा रूम्टेवाइड भी अर्थराइटिस का एक प्रकार है, जो आधुनिक विज्ञान या एलोपैथ के लिए आज भी रहस्य बना हुआ है। आज 70 वर्ष की आयु से अधिक 60 फीसदी लोग ऑस्टीयो पीडि़त हैं। देश में इस बीमारी से 80 फीसदी पीडि़त मरीजों को चलने में दिक्कत होती है। 25 फीसदी ठीक से अपनी रोज की दिनचर्या का कार्य नहीं कर पाते हैं। कार्यक्रम में ओरो डेंटल के डॉ आशुतोष त्रिवेदी, वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ सुभाष चंद्र, जदयू प्रवक्ता संजय सिंह, रोटरी पटना ग्रेटर की ट्रेजरी अंकिता सिंह आदि उपस्थित रहे।
