सीएम नीतीश के अहंकार की भेंट चढ़ा शीतकालीन सत्र : विजय सिन्हा
- मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अहंकार के कारण पीड़ितों के मुआवजे से भाग रहे हैं : विजय सिन्हा
पटना। बिहार विधानमंडल का पूरा शीतकालीन सत्र शराब की भेंट चढ़ चुका है। शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन भी शराब को लेकर विपक्षी दल बीजेपी ने सदन के भीतर जोरदार हंगामा किया है। हंगामे के कारण स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि जिसका फोटों विपक्ष दिखा रही है। उसके बारें बीजेपी जानकारी उपलब्ध कराए। सरकार जांच करवा कर कार्रवाई जरूर करेगी। चाहे वह कितना भी बड़ा आदमी या किसी भी दल से जुड़ा हुआ क्यों न हो। सरकार अवैध शराब कारोबार से जुड़े किसी भी शख्स को छोड़ने के मूड में नहीं है। वहीं सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा बाहर आकर मीडिया के समक्ष सरकार के खिलाफ जमकर हमला किया।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अहंकार के कारण पीड़ितों के मुआवजे से भाग रहे हैं : विजय सिन्हा
विजय सिन्हा ने कहा कि विधानसभा सत्र के पांचवा दिन नीतीश सरकार के अहंकार के भेट चढ़ गया। छपरा में जहरीली शराब पीने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। और बड़ी संख्या में लोग पीड़ित है। और अलग-अलग अस्पताल में भर्ती है। छुपकर इलाज करा रहे है। न्यायिक जांच कराने से भाग रहे है। सदन के अंदर संवेदना तक प्रकट नहीं रहे है। पीड़ित लोगों के प्रति सीएम नीतीश की हमदर्दी नहीं है। तेजस्वी यादव भी सीएम नीतीश के अहकांर में सम्मलित हो गए है। नीतीश सरकार मुआवजा से बाग रहे है। आगे विजय सिन्हा ने कहा जब की सरकार 2016 में गोपालगंज के अंदर धारा 42 में चार-चार लाख रूपया दिया। उस समय उत्पात अधिनियम के तहत दिया गया, तो अब सीएम नीतीश चुप क्यों है। बिहार की जनता का प्रतिपक्ष मांग कर रही है। सत्ताधारी के लोग भी मुआवजा मांग रही है। फिर भी सरकार चुप है। सत्ता के लोभ में नीतीश कुमार डूबे हुए है, लोगों आवाज को नहीं सुन पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार अपराधियों को बचा रही है। आए दिन बिहार में लूट और हत्या हो रही है। फिर भी सरकार चुप हैं। सदन में अपराधियों के खिलाफ चर्चा नहीं कराते हैं। सभी मामले में बिहार सरकार फेल है। छपरा जहरीली कांड को लेकर पूरा देश निन्दा कर रही है। वही इस मामले में भाग रहे है। नीतीश कुमार के नियत में खोट है।