दीपावली पर अलर्ट मोड़ पर प्रशासन: बनाये गये 12 मोबाइल कंट्रोल रूम, 98 दमकल रहेंगे तैनात
पटना। जिला प्रशासन ने दीपावली के दौरान अग्निकांड की घटनाओं को रोकने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना बनाई है। दीयों और पटाखों से सजी यह रात लोगों के लिए विशेष खुशी लेकर आती है, लेकिन आग लगने जैसी घटनाओं की संभावना भी बढ़ जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए, पटना के अग्निशमन विभाग ने इस बार सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए हैं। इन प्रबंधों में 12 मोबाइल कंट्रोल रूम स्थापित करना, 98 दमकल वाहनों की तैनाती, 12 बाइक वाले दमकल टीम और 250 से अधिक अग्निशमन कर्मियों की नियुक्ति शामिल है। प्रशासन ने शहर के संवेदनशील इलाकों की पहचान पहले ही कर ली है, ताकि किसी भी संभावित आग की घटना पर त्वरित कार्रवाई की जा सके। पटना के लोदीपुर इलाके में मुख्य नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा, जो 24 घंटे कार्यशील रहेगा। इसके अलावा, प्रत्येक कंट्रोल रूम में अग्निशमन वाहनों पर नज़र रखने के लिए गूगल मैप और जीपीएस की व्यवस्था होगी, ताकि इन वाहनों को मौके पर जल्दी पहुंचाया जा सके। यह कंट्रोल रूम 31 अक्टूबर की दोपहर से 1 नवंबर की रात तक सक्रिय रहेगा और विभिन्न इलाकों से आने वाली आपातकालीन सूचनाओं का त्वरित जवाब देने के लिए तैयार रहेगा। इस अभियान के दौरान, अग्निशमन विभाग के 250 कर्मचारी वॉकी-टॉकी जैसे उपकरणों से लैस रहेंगे, ताकि फील्ड टीम से तुरंत संपर्क किया जा सके। अधिकारियों की एक विशेष टीम भी बनाई गई है, जो शहर का दौरा कर सुरक्षा की समीक्षा करती रहेगी और घटनास्थल पर प्रतिक्रिया का समय कम करेगी। पटना के संवेदनशील इलाकों में इन दमकल वाहनों की तैनाती लोगों में सुरक्षा का भाव जागृत करेगी और प्रशासन के प्रयासों को सशक्त बनाएगी। पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने घाटों पर भी सुरक्षा का आदेश जारी किया है। चूंकि दीपावली के तुरंत बाद छठ का महापर्व आता है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग घाटों पर पूजा अर्चना के लिए जुटते हैं, इसलिए घाटों पर नाव, नाविक और गोताखोरों की तैनाती की जाएगी। किसी भी दुर्घटना से निपटने के लिए अस्पतालों में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की भी नियुक्ति की गई है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा सके। प्रशासन का यह सख्त रुख आमजन की सुरक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। दीपावली जैसे त्योहारों के दौरान सुरक्षा की आवश्यकता इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि इस समय हर व्यक्ति त्योहार की खुशियों में मग्न रहता है। प्रशासन के इन कदमों का उद्देश्य लोगों को आश्वस्त करना है कि वे सुरक्षित वातावरण में अपने त्योहार का आनंद ले सकते हैं। आग की घटनाएं अक्सर थोड़ी सी लापरवाही के कारण हो जाती हैं। दीपावली पर पटाखों और दीयों के कारण अग्निकांड की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसी स्थितियों में प्रशासन की ओर से की गई सावधानियां दुर्घटनाओं को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे प्रत्येक संवेदनशील स्थान पर तैनात रहेंगे ताकि आग लगने की स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके। उनके अनुसार, जिन इलाकों में आग लगने की संभावना अधिक है, वहां पहले से ही दमकल वाहन तैनात रहेंगे ताकि लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। पटना प्रशासन द्वारा उठाए गए इन कदमों की लोगों ने सराहना की है। दीपावली पर सुरक्षा के ये इंतजाम आम जनता को आश्वस्त करते हैं कि प्रशासन उनकी सुरक्षा के प्रति गंभीर है। इसके अलावा, यह भी प्रशासन की ओर से एक स्पष्ट संदेश है कि किसी भी आपदा को रोकने के लिए उचित तैयारी ही सबसे कारगर उपाय है। दीपावली पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के ये प्रयास न केवल पटना में बल्कि पूरे राज्य में भी उदाहरण बन सकते हैं। पटना प्रशासन की सक्रियता और सतर्कता यह दिखाती है कि अगर समय रहते सही कदम उठाए जाएं तो किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सकता है। इस साल पटना प्रशासन की सख्ती से दीपावली पर लोग बेफिक्र होकर अपने त्योहार का आनंद ले सकेंगे और आपात स्थितियों में त्वरित सहायता भी उपलब्ध होगी।