पटना में ब्लैक फंगस के मिले 90 नए मरीज, कल से पीएमसीएच में भी होगा इस बीमारी का इलाज

पटना। बिहार में कोरोना के बाद ब्लैक फंगस ने भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। पटना के दो सरकारी अस्पतालों में एक दिन में इस बीमारी के 90 मरीज पहुंचे। बिहार में अब तक इसके मरीजों की संख्या 297 तक पहुंच चुकी है।

पटना एम्स के ओपीडी में सोमवार को ब्लैक फंगस के 60 मरीज पहुंचे। डॉक्टरों ने जांच के बाद 15 को भर्ती कर लिया। एम्स में अब ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 62 हो गई है। जबकि इस अस्पताल में ब्लैक फंगस वार्ड की क्षमता सिर्फ 50 बेड की है। डॉक्टरों के मुताबिक अब ब्लैक फंगस के मरीजों को कोविड वार्ड में भर्ती किया जा रहा है। पटना एम्स में सोमवार को ब्लैक फंगस के पांच मरीजों का ऑपरेशन किया गया। अब तक 25 मरीजों का ऑपरेशन हो चुका है।

पटना के आईजीआईएमएस में सोमवार को ब्लैक फंगस के 30 मरीज पहुंचे. डॉक्टरों ने जांच के बाद पांच मरीजों को भर्ती कर लिया। वहीं बाकी बचे 25 को दवा देकर वापस भेज दिया गया। जिन पांच मरीजों को भर्ती किया गया है उनमें दो कोरोना पॉजिटिव हैं। आईजीआईएमएस के ब्लैक फंगस वार्ड में अब तक 69 मरीज भर्ती हो चुके हैं। इनमें 14 कोरोना पॉजिटिव हैं। ब्लैक फंगस के बढ़ते मरीजों को देखते आईजीआईएमएस में इस बीमारी के इलाज के लिए बने वार्ड में बेड की संख्या बढ़ा दी गई है। अस्पताल अधीक्षक मनीष मंडल के मुताबिक अब तक यहां ब्लैक फंगस वार्ड में 60 बेड थे। लेकिन मरीजों की संख्या को देखते हुए ब्लैक फंगस के इलाज के लिए 100 बेड का इंतजाम किया गया है। अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि अब उनके अस्पताल में जितने मरीज कोरोना पॉजिटिव होकर इलाज कराने पहुंच रहे हैं उससे ज्यादा ही मरीज ब्लैक फंगस के पहुंच रहे हैं। अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीजों के ऑपरेशन की व्यवस्था के लिए सिस्टम में बदलाव किया गया है। अब हर दिन 10 मरीजों के ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया है।

बिहार में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पीएमसीएच में भी इस बीमारी का इलाज कराने का फैसला लिया है। बुधवार से पीएमसीएच में ब्लैक फंगस का इलाज होगा। अस्पताल में इसके लिए 50 बेड की व्यवस्था की गई है। मरीजों की तादाद बढ़ी तो 20 बेड की और व्यवस्था की जाएगी।

 

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