मुजफ्फरपुर शराब कांड में 5 लोगों की मौत, दो गिरफ्तार, गांव में मचा कोहराम, मिथाइल अल्कोहल होने की बात आई सामने

मुजफ्फरपुर। एक बार फिर बिहार में शराब पीने से पांच लोगों की मौत ने नीतीश सरकार के शराबबंदी की पोल खोल कर रख दी है। मुजफ्फरपुर जिला के सरैया थाना क्षेत्र के रेपुरा-रुपौली गांव में शराब पीने से शुक्रवार की सुबह दो लोगों की मौत हो गई थी, शाम होते-होते तीन और लोगों की मौत हो गई। जबकि चार लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इनकी आंखों की रौशनी कम हो गई है। हालांकि पुलिस ने चार की मौत की पुष्टि की है। मरने वालों में मुन्ना सिंह (32), अवनीश सिंह (35), विपुल शाही (30), धीरेश सिंह (42) और विकास मित्र अविनाश कुमार शामिल हैं। घटनास्थल पर एफएसएल की टीम ने पहुंचकर जांच की। वहां से शराब की बोतलें और होम्योपैथी की दवाई बरामद हुई है। एफएसएल टीम की शुरूआती जांच में मिथाइल अल्कोहल होने की बात सामने आई है। जिस घर में पार्टी हो रही थी, उसे सील कर दिया गया है। मकान मालिक धीरेश की भी मौत हो चुकी है। इधर घटना के बाद गांव में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीण सही जानकारी नहीं दे रहे हैं। सभी ने चुप्पी साध रखी है।
चार की मौत की पुष्टि, दो गिरफ्तार
एसएसपी जयंतकांत ने चार लोगों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। इसमें एक वार्ड सदस्य अमित भी है। इसी के जीतने की खुशी में पार्टी चल रही थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि शराब में क्या मिलाया था। प्रारंभिक जांच में शराब के सेवन से मौत की बात कही गई है।
डीएम बोले- क्षेत्रों में लगातार छापेमारी हो रही
इधर, मुजफ्फरपुर के डीएम प्रणव कुमार ने बताया कि सरैया प्रखंड के रुपौली गांव के 5 लोगों की संदिग्ध मौत की सूचना प्राप्त हुई है। पुलिस विभाग और उत्पाद विभाग की टीम आसपास के क्षेत्रों में लगातार छापेमारी कर रही है। अभी तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जीत की खुशी में दी गई थी पार्टी
बताया जाता है कि गुरुवार देर रात गांव में एक पार्टी में कई लोग शामिल हुए थे। इस दौरान जमकर जाम छलके थे। मरने वाले सभी इस पार्टी में शामिल हुए थे। देर रात जब ये घर आए तो इनकी हालत बिगड़ने लगी। यह देखकर पार्टी में शामिल सभी लोग काफी डर गए। लोगों ने आनन-फानन में सरैया और इसके आसपास निजी अस्पतालों में इन्हें भर्ती कर चोरी छिपे इलाज कराना शुरू कर दिया, जहां कुछ ही देर में दो की मौत हो गई। शाम होते-होते तीन और लोगों की भी मौत हो गई।
एसडीपीओ को दिया जांच का जिम्मा
एसएसपी ने कहा कि सरैया एसडीपीओ से जांच कर पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। पुलिस ये पता लगा रही है कि गांव में शराब कहां से आई थी और किसने सप्लाई की थी। इसे लेकर एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम ग्रामीणों से पूछताछ करने में जुटी है, लेकिन कोई भी मुंह नहीं खोल रहा है।
परिजन तबीयत खराब होने की कह रहे बात
मृतक विपुल के परिजन का कहना है कि उसे बुखार था। इसी दौरान गांव में कोरोना का टीका दिया जा रहा था। उसने टीका ले लिया। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। जबकि गांव में चर्चा है कि विपुल भी उस पार्टी में शामिल था।
मुंह से निकल रहा था झाग
वहीं मृतक मुन्ना सिंह के बहनोई विजय कुमार सिंह ने बताया कि अचानक तबीयत बिगड़ने लगी थी। मुंह से झाग भी निकल रहा था। इससे लगता है कि जहर का सेवन किया गया था। अब जहर किस चीज में मिलाकर दिया गया था, यह कहना मुश्किल है।
कटरा और मनियारी में हुई थी पांच की मौत
बता दें कि छह माह पूर्व जहरीली शराब पीने से कटरा और मनियारी में पांच लोगों की मौत हुई थी। मामले में कटरा थानेदार और सीआई मिथिलेश झा को सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद मनियारी थानेदार को भी लाइन हाजिर किया गया था। घटना में शामिल मुख्य शराब धंधेबाज मुकेश सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
