PATNA : मुख्यमंत्री के कारकेड पर हमला मामले में मृतक के पिता व भाई सहित 31 गिरफ्तार
- श्राद्ध कर्म के लिए आठ परिजनों को छोड़ा गया
- 23 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
पटना,फुलवारीशरीफ(अजीत)। सीएम की सुरक्षा में लगी सेंध पर पटना पुलिस गंभीर है। सीएम नीतीश के कारकेड पर हमला मामले में पटना पुलिस ने बड़ी कारवाई की है। पटना के गौरीचक थाना क्षेत्र में सड़क जाम के दौरान मुख्यमंत्री के कारकेड पर हुआ हमला मामले में 85 नामजद एवम डेढ़ से दो सौ लोंगो के खिलाफ गौरीचक थाना में संपत चक BDO वीणा देवी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। जिसमे गौरीचक थाना से 18 नामजदों एवं गोपालपुर थाना से इसी कांड के 5 नामजदों को जेल भेज दिया गया। वही मृतक के परिवार वालों को नामजद प्राथमिकी होने के बावजूद फिलहाल दाह संस्कार के लिए छोड़ दिया गया है। वहीं इस पूरे मामले की शुरुआत लापता सन्नी के हत्या मामले से जुड़ा है। वही गौरीचक थाना पुलिस 15 दिनों बाद भी सोहगी मोड़ के रहने वाले मुर्गा दुकानदार सन्नी की हत्या की गुत्थी नहीं सुलझा पाई है। गौरीचक थाना अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि सन्नी की हत्या कैसे की गई और वह पटना के गायघाट इलाके से बेउर इलाके में कैसे पहुंचा। उसकी हत्या बेउर इलाके में हुई या पटना के किसी दूसरे इलाके में की गई है यह अनुसंधान का विषय है। वही थानेदार ने बताया कि सन्नी की हत्याकांड मामले में अनुसंधान चल रहा है और जल्द ही सन्नी की हत्या का मामला भी सुलझा लिया जाएगा।
वही मालूम हो कि रविवार को पिछले 7 अगस्त से लापता सन्नी कुमार का शव बेउर थाना क्षेत्र से मिलने बाद परिजनों ने शव को सोहगी मोड़ के पास पटना गया मुख्य मार्ग को जाम कर जम कर हंगामा करते हुए सड़क पर आगजनी करने लगे। वही इस दौरान पुलिस पर भी हमला किया गया और गया जा रहे मुख्यमंत्री के कारकेड को रोक उसपर लाठी डंडे व पथराव कर तोड़ दिया गया था। वही हमले में सीएम कारकेड की कई गाड़ियों के शीशे टूट गए। हालांकि घटना के वक्त सीएम गाड़ी में मौजूद नहीं थे। कारकेड गया जा रही थी। इस मामले की जानकारी लगने के साथ ही पुलिस के वरीय पदाधिकारी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने हंगामे के मामले को गंभीरता से लेते हुए बीती रात छापामारी कर 31 लोगों को गिरफ्तार किया। जिसमें मरने वाले के पिता भाई एवं अन्य रिश्तेदार शामिल थे। जिनको पुलिस ने श्राद्ध कर्म के तक कि मोहल्लत देते हुए थाना से छोड़ दिया है बाकि को जेल भेज दिया गया है। इस मामले में अन्य की पहचान के लिए पुलिस चौकीदार एवं अन्य लोगों की मदद ले रही है।