27 मार्च से बैंककर्मी कर सकते हैं राष्ट्रव्यापी हड़ताल,केंद्र सरकार ने मंजूर किया बैंकों के विलय संबंधी प्रस्ताव
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा विलय संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के बाद देश में सार्वजनिक क्षेत्र में 27 के जगह सिर्फ 12 बैंक ही बच जाएंगे।केंद्र सरकार द्वारा विलय को मंजूरी दिए जाने से नाराज बैंकर्स यूनियनों ने 27 मार्च को पुनः हड़ताल पर चले जाने की चेतावनी दी है। उल्लेखनीय है कि बैंकर्स यूनियनों द्वारा विलय संबंधी प्रस्ताव की मजबूरी का विरोध किया जा रहा था।इसको लेकर उच्च स्तरीय वार्ता के बाद बैंक कर्मियों ने अपने प्रस्तावित हड़ताल को वापस लिया था।मगर कल बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल में विलय संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।केंद्र सरकार के इस कदम के बाद बैंककर्मियों में बड़ी नाराजगी है।युनियन ने आगामी 27 मार्च को पुनः हड़ताल पर चले जाने का घोषणा किया है। केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के विलय के निर्णय पर मुहर लगा दी। जिसके बाद अब 10 सार्वजनिक क्षेत्रों के 10 बैंकों का विलय हो जाएगा।सरकार के इस फैलले के खिलाफ ही बैंककर्मी सड़कों पर उतरेंगे।विलय के खिलाफ ऑल इंडिया बैक ऑफिसर एसोसिएशन ने 27 मार्च को राष्ट्रीय स्तर पर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।इसकी जानकारी एआइबीओए के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने दी है।उन्होंने बतााय कि बैंकों का विलय एक अप्रैल से प्रभावी हुआ, तो सार्वजनिक क्षेत्रों के 27 बैंकों के बदले सिर्फ 12 बैंक रह जाएगें। इससे बिहार में 1590 बैंक शाखाओं के ग्राहकों की मुश्किलें बढ़ेगी। वहीं बिहार में होली के कारण 10 और 11 को बैंकों में सरकारी छुट्टी रहेगी।