पटना समेत पुरे प्रदेश में ट्रैफिक नियमों की सख्ती, 2428 ड्राइवरों का लाइसेंस निलंबित

पटना। बिहार में सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। परिवहन विभाग ने लापरवाही से वाहन चलाने वाले 2,428 ड्राइवरों का ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है, जबकि 101 लोगों का लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द कर दिया गया है। यह कार्रवाई पिछले साल अप्रैल से अब तक पुलिस और ट्रैफिक विभाग की रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
परिवहन विभाग की सख्त कार्रवाई
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि सड़क पर तेज रफ्तार, लापरवाही और ओवरलोडिंग जैसी आदतें अब बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। कई लोग ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते, रेड लाइट जंप करना, हेलमेट और सीट बेल्ट न लगाना, गलत दिशा में वाहन चलाना आम हो गया था। इन्हीं वजहों से दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही थी। इस पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने सख्ती दिखाई है।
बिहार पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त कार्रवाई
बिहार पुलिस ने परिवहन विभाग को 1,592 ड्राइवरों का लाइसेंस निलंबित करने और 61 का रद्द करने की सिफारिश की थी। इनमें से 1,586 लाइसेंस को जिला परिवहन कार्यालय द्वारा सस्पेंड कर दिया गया, जबकि 61 को पूरी तरह रद्द कर दिया गया। इसके अलावा, परिवहन विभाग ने भी 842 ड्राइवरों के लाइसेंस निलंबित किए और 40 को हमेशा के लिए रद्द कर दिया।
गाड़ी मालिकों और ड्राइवरों में हड़कंप
इस कड़ी कार्रवाई के बाद गाड़ी मालिकों और ड्राइवरों में हड़कंप मच गया है। जो लोग पहले ट्रैफिक नियमों को हल्के में लेते थे, वे अब सतर्क हो गए हैं। अब उन्हें डर है कि यदि उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया, तो उनका लाइसेंस रद्द हो सकता है। यही कारण है कि सड़क पर अब अधिक अनुशासन देखने को मिल रहा है।
ट्रैफिक नियमों का पालन जरूरी
परिवहन विभाग का कहना है कि उनका मकसद सिर्फ सजा देना नहीं, बल्कि लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना भी है। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए जरूरी है कि हर व्यक्ति ट्रैफिक नियमों का पालन करे। बार-बार नियम तोड़ने वालों के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सड़क सुरक्षा को लेकर बढ़ी सतर्कता
पुलिस और परिवहन विभाग मिलकर सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर कड़ी नजर रखी जा रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति लापरवाही से वाहन न चलाए। अब जो बार-बार गलतियां करेगा, उसका लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द किया जा सकता है। इस अभियान से यह स्पष्ट हो गया है कि अब बिहार की सड़कों पर मनमानी नहीं चलेगी। ट्रैफिक नियमों का पालन करना सभी वाहन चालकों के लिए अनिवार्य हो गया है, अन्यथा उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
